दहेज की भेंट चढ़ गई विवाहिता, बोरे में बंद शव को पुलिस ने किया बरामद।

0
70

शव को कब्जे में लेकर पुलिस ने भेजा पोस्टमार्टम में, ससुराल वाले घर छोड़कर हुए फरार।

अनिल कुमार शर्मा मझौलिया पश्चिमी चंपारण, बिहार

दहेज के लोभी ससुराल वालों ने विवाहिता की गला दबाकर मार डाला तथा शव को बोरे में बंद कर रात्रि में पूरी तैयारी के साथ जलाने के लिए ले गए थे तभी मृतका के मायके वाले पुलिस के साथ पहुंच गए और काफी खोजबीन के बाद बोरे में बंद शव को बरामद किया गया। पुलिस ने शव को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए जीएमसीएच बेतिया भेज दिया।घटना थाना क्षेत्र के सेनवरिया वार्ड नंबर 6 की बताई जाती है।
प्राप्त समाचार के अनुसार दहेज में मोटरसाइकिल नहीं मिलने के कारण ससुराल पक्ष बराबर प्रताड़ित करते चले आ रहे थे। हरसिद्धि थाना क्षेत्र के मुरारपुर निवासी रामानंद महतो ने अपनी पुत्री चंपा देवी की शादी लगभग 8 वर्ष पूर्व पूरे हिंदू रीति रिवाज के साथ सेनवरिया वार्ड नंबर 6 निवासी माधो महतो के पुत्र हरिरंजन महतो से किया था तथा शादी में अपनी श्रद्धा और शक्ति के अनुसार उपहार भी दिया था।
मृतका के भाई दिनेश कुमार ने बताया कि शादी के बाद से ही ससुराल वाले मोटरसाइकिल की मांग करने लगे तथा उसकी बहन को प्रताड़ित करते चले आ रहे थे। उसने बताया कि बीते रविवार को उसकी दूसरी बहन की शादी थी जिसमें उसकी बहन चंपा भी गई थी। बुधवार को उसकी बहन चंपा को उसके पति हरिरंजन महतो ने अपने घर बुला लाया तथा मोटरसाइकिल के लिए प्रताड़ित करने लगा और अपने परिजनों के सहयोग से गला दबाकर उसकी बहन चंपा देवी को मार डाला। शव को एक बोरे में बंद कर छुपा दिया। गुरुवार की रात्रि में अमवा बैरागी 80 आर डी नहर के समीप साक्ष्य छुपाने के लिए शव को जलाने की तैयारी करने लगे।
इसकी सूचना मिलते ही मृतका के मायके वाले पुलिस को सूचना देकर चंपा देवी के ससुराल पहुंचे। मृतका के भाई दिनेश कुमार ने बताया कि उसकी बहन के ससुराल वालों ने उन लोगों के साथ मारपीट भी किया।
इधर मायके वालों और पुलिस के अथक खोजबीन और प्रयास के बाद अमवा बैरागी 80 आर डी नहर के समीप एक खेत से बोरे में बंद चंपा देवी का शव बरामद किया गया। पुलिस ने शव को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम हेतु जीएमसीएच बेतिया भेज दिया। पुलिस ने शव के पास से शव जलाने के लिए टायर यूरिया आदि भी बरामद किया।
इधर ससुराल वाले घर छोड़कर फरार बताए जाते हैं।
मृतका के पिता रामनंद महतो माता लक्ष्मी देवी भाई दिनेश कुमार सहित छोटी बहन और अन्य परिजनों का रोते-रोते दयनीय हाल हो गया है। इनका आरोप है कि हरिरंजन महतो माधो महतो आदि अपने परिजनों सहित उनकी लड़की चंपा देवी को मोटरसाइकिल के लिए प्रताड़ित करते रहते थे तथा बुधवार को गला दबाकर हत्या कर दिए।
बताते चले की मृतिका चंपा देवी को 5 वर्ष और 3 वर्ष की दो पुत्रियां है।
उल्लेखनीय है कि नारी सशक्तिकरण के लिए भारत मैं अभियान चलाया जा रहा है। नारियों को समान अधिकार दिए जा रहे हैं। फिर भी इस आधुनिक युग में बेटियां दहेज की भेंट चढ़ रही है। दहेज लोभी दानवों द्वारा आए दिन बहूओ को दहेज की आग में जला कर मार दिया जा रहा है। आखिर कब रुकेगा यह दहेज रूपी दानव।
क्या बेटी का बाप भाई होना गुनाह है।
चीख चीख कर पूछ रही है बेटियां आखिर हमारा गुनाह क्या है। हमें क्यों दहेज की आग में प्रताड़ित करते हुए जलाकर मार दिया जा रहा है। आखिर क्यों।
इधर थाना अध्यक्ष विश्व मोहन चौधरी ने बताया कि शव को पोस्टमार्टम हेतु जीएमसीएच बेतिया भेज दिया गया है। मृतका के मायके वालों द्वारा आवेदन देने पर कानूनी कार्रवाई शुरू कर दिया जाएगा।

LEAVE A REPLY

Please enter your comment!
Please enter your name here