वाल्मीकिनगर से अभिमन्यु गुप्ता की रिपोर्ट

वाल्मीकि व्याघ्र परियोजना वन प्रमंडल 2 के वाल्मीकिनगर वन क्षेत्र से सटे रिहायशी इलाकों में इन दिनों वन्य जीव सहित जलिये जीवों के लगातार चहलकदमी से ग्राम वासियों में भय का माहौल व्याप्त हो चला है।ये जीव किसी न किसी क्षेत्र में अपनी मौजूदगी दर्शाते रहते हैं।इसी क्रम में शनिवार की देर शाम वाल्मीकिनगर थाना क्षेत्र के बिसहा गांव के 6 आर डी पुल निवासी संजय महतो के घर के आंगन में चापांकल के समीप लगभग एक 6 फिट का मगरमच्छ तिरहुत नहर से निकलकर जा पहुंचा।जिसे देख परिजनों में घंटो तक भगदड़ मची रही। गृह स्वामी संजय महतो व ग्रामीणों द्वारा तत्काल इसकी सूचना वाल्मीकि नगर स्थित वन कार्यालय को दी। इस सूचना को गंभीरता से लेते हुए वाल्मीकि नगर वन क्षेत्र के रेंजर श्रीनिवासन नवीन ने वनकर्मियों की टीम को घटना स्थल पर भेजा। वन कर्मियों की टीम व ग्रामीणों के सहयोग से कड़ी मशक्कत के बाद मगरमच्छ को सफल रेस्क्यू कर गंडक नदी में छोड़ दिया गया।इस बाबत जानकारी देते हुए वाल्मीकि नगर वन क्षेत्र के रेंजर श्रीनिवासन नवीन ने बताया कि तिरहुत नहर से निकल कर लगभग एक 6 फिट लंबा मगरमच्छ जो रिहायशी क्षेत्र में जा पहुंचा था।जिसका सफल रेस्क्यू कर फिर से गंडक नदी में छोड़ दिया गया है।साथ ही लोगों से अपील किया गया है,कि किसी भी तरह के वन्य जीव को देखें तो उसके साथ छेड़छाड़ न करें।तत्काल इसकी सूचना वन कार्यालय को दें। एवं सजग और सतर्क रहें।