वाल्मीकि नगर से अभिमन्यु गुप्ता रिपोर्ट

भारत-नेपाल सीमा के वाल्मीकि नगर स्थित लक्ष्मीपुर,रमपुरवा पंचायत के चकदहवा गांव के एक अल्पसंख्यक परिवार ने 24 घंटे का अष्टयाम का आयोजन कर क्षेत्र में अमन शांति की प्रार्थना के साथ प्रेम और भाईचारे की मिशाल कायम की है। आज जहां हिंदू-मुस्लिम के नाम पर देश के कई जगहों से नफरत फैलाने की घटनाएं सामने आती हैं,वहीं,प्रखंड बगहा 2 के अंतर्गत वाल्मीकि नगर थाना क्षेत्र के चकदहवा जैसे छोटे से एक गांव के एक मुस्लिम परिवार गुलाब अंसारी पूर्व पंचायत समिति सदस्य ने कौमी एकता की मिसाल पेश कर सामाजिक सौहार्द का बड़ा संदेश दिया है।दरअसल, रामनवमी के मौके पर गांव में पहली बार अष्टयाम भजन कृतन का भव्य आयोजन किया गया है। इस अष्टयाम में श्रद्धा भक्ति के साथ पूरे गांव ने अपनी जिम्मेवारी निभाई है। आज यह गांव लोगों के लिए प्रेम और भाईचारे का मिसाल पेश कर रही है। जहां जाति धर्म के नाम पर लोग एक दूसरे से दूरी बना रहे हैं। दूसरे धर्म को सम्मान नहीं देते हैं। वहीं इस गांव ने लोगों को नफरत के भाव को हटाकर प्रेम और भाईचारे को अपनाने की प्रेरणा दी है। कलश यात्रा में सैकड़ो की संख्या में महिलाएं,पुरुष और यूवतियां शामिल हुए। इस बाबत पूछे जाने पर गुलाब अंसारी ने बताया कि हम सब मालिक की संतान हैं।हमें सभी धर्म का आदर करना चाहिए। और प्रेम भाईचारा ही जीवन का मूल रहस्य है।