वाल्मीकि नगर से अभिमन्यु गुप्ता की रिपोर्ट

इंडो-नेपाल सीमा पर स्थित आदि कवि महर्षि वाल्मीकि की तपोभूमि वाल्मीकि नगर टाइगर रिजर्व में भागम-भाग की जिंदगी से फुर्सत के पलों में सुकून के चंद लम्हे प्राकृतिक और स्वच्छ वातावरण में गुजारने के उद्देश्य से भारी संख्या में पर्यटक टाइगर रिजर्व का भ्रमण करते हैं। जंगल कैंप के समीप इको पार्क पर्यटकों की चहल-पहल से हमेशा गुलजार रहता है। किंतु इन दिनों मौसम परिवर्तन के कारण अत्यधिक तापमान होने से भीषण गर्मी लोगों को जला रही है। दिन के समय में सड़के सुनसान हो जा रही हैं। अनुमान है,कि इस कारण पर्यटकों की आवा जाही कम हुई है।जिससे छोटे-छोटे व्यवसायियों के व्यवसाय पर भी असर पड़ा है। वही हमेशा बुक रहने वाली जंगल सफारी की गाड़ियां आराम फरमाती नजर आ रही है। कभी-कभार किसी पर्यटक के आने पर रौनक देखने को मिल रही है ।इस बाबत पूछे जाने पर वाल्मीकि नगर वन क्षेत्र रेंजर श्रीनिवासन नवीन ने बताया कि दिन के समय तापमान में बढ़ोतरी के कारण पर्यटकों की संख्या पर असर पड़ा है। मौसम अनुकूल होते ही पुनः पूर्व स्थिति बहाल हो जाएगी।