मां शारदा की नगरी में व्यवस्था सुधार की पुकार, श्रद्धालुओं की सेवा में चाहिए ईमानदारी और अनुशासन

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रमेश ठाकुर – पश्चिम चंपारण,बिहार
दिनांक:- 25-04-2025

मां त्रिकूट वासिनी शारदा माता की पावन नगरी मैहर में यात्रियों की सुविधा और धार्मिक व्यवस्था को लेकर सामाजिक कार्यकर्ता रवींद्र सिंह ‘मंजू सर’ ने कलम उठाई है। धार्मिक नगरी में आने वाले श्रद्धालुओं को बेहतर सुविधा देने की दृष्टि से उन्होंने प्रशासन से कई अहम मांगें रखी हैं। उनका कहना है कि धाम क्षेत्र में संचालित सभी ऑटो, ई-रिक्शा एवं टैक्सी वाहनों पर चालक और वाहन मालिक का नाम तथा मोबाइल नंबर स्पष्ट रूप से अंकित होना चाहिए। साथ ही चालकों की ड्रेस निर्धारित की जाए जिससे वे आसानी से पहचाने जा सकें और व्यवस्था में एकरूपता बनी रहे।उन्होंने कहा कि मां शारदा धाम क्षेत्र की सभी प्रसाद दुकानों में दुकान मालिक का नाम, मोबाइल नंबर एवं प्रसाद की मूल्य सूची अनिवार्य रूप से प्रदर्शित की जानी चाहिए ताकि श्रद्धालुओं को किसी भी प्रकार की ठगी का सामना न करना पड़े। वर्तमान में चुंगी नाके पर कुछ वाहन दलालों के माध्यम से अंदर प्रवेश कराए जाते हैं, इस पर भी सख्त रोक लगाने की आवश्यकता है। रात्रिकाल में दुकानदार यात्रियों को जबरन दुकानों में रुकने के लिए मजबूर करते हैं, जबकि नगर में पहले से ही यात्री निवास, लॉज और होटल उपलब्ध हैं। इसलिए यात्रियों को सुविधा के साथ निर्धारित स्थानों पर ही रुकने दिया जाए।रवींद्र सिंह ने यह भी कहा कि स्टेशन से लेकर मंदिर दर्शन तक की यात्रा में कई जगह यात्रियों के साथ अवैध वसूली की जाती है। यह प्रक्रिया वर्षों से चली आ रही है और अब उस पर लगाम लगाना जरूरी हो गया है। जो लोग ईमानदारी से कार्य कर रहे हैं, वे भी इस व्यवस्था की छवि खराब होने से प्रभावित हो रहे हैं। आज मां की नगरी में कुछ असामाजिक तत्व केवल दलाली और कमाई के उद्देश्य से सक्रिय हैं, जिससे श्रद्धा और सेवा की भावना को ठेस पहुंच रही है। यदि यह स्थिति यूं ही बनी रही, तो वह समय दूर नहीं जब श्रद्धालु इस नगरी से विमुख होने लगेंगे।उन्होंने मांग की कि जिस प्रकार नगर में शराबबंदी लागू की गई है, उसी तरह गली-गली में खुलेआम मांस और अंडे की बिक्री पर भी प्रतिबंध लगाया जाए। इसके लिए नगर में नियत स्थान तय किए जाएं, जिससे धार्मिक वातावरण और श्रद्धा का भाव बना रहे। यह त्रिकूट पर्वत की तलहटी में बसी मां शारदा की नगरी है, जहां हर गतिविधि को मां की तीसरी आंख देख रही है। कैमरे अब हर स्थान पर हैं, जो हर अनुचित गतिविधि को कैद कर रहे हैं। इस नगरी की पवित्रता और गरिमा को बनाए रखने के लिए हम सभी को ईमानदारी और निष्ठा से प्रयास करने होंगे।रवींद्र सिंह ‘मंजू सर’ ने मुख्यमंत्री द्वारा नगर में शराब पर लगाए गए प्रतिबंध की सराहना की और कहा कि यह प्रशंसनीय कदम पुलिस प्रशासन की सक्रियता से ही संभव हो पाया है। वहीं, मैहर के लोकप्रिय विधायक श्री कांत चतुर्वेदी द्वारा मां शारदा धाम के सतत विकास हेतु किए जा रहे प्रयासों को उन्होंने सराहा और नगरवासियों से आह्वान किया कि वे स्वच्छ सोच और आचरण के साथ इस पुनीत कार्य में सहयोग करें। ज्ञात हो कि मां शारदा धाम अब ‘मां शारदा लोक’ के रूप में विकसित होने की ओर अग्रसर है, और ऐसे में यह हम सबकी जिम्मेदारी है कि इस धार्मिक धरोहर की गरिमा को बनाए रखें।अंत में उन्होंने कहा कि ‘मैहर’ का अर्थ ही होता है “मैं” यानी अहम और “हर” यानी उसका हरण करने वाली माता। मां शारदा उसी अहंकार का हरण करती हैं और अपने भक्तों को सच्ची श्रद्धा का मार्ग दिखाती हैं। सच्चे मन से बोलिए – मां शारदा की जय।

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