वाल्मीकि नगर से अभिमन्यु गुप्ता की रिपोर्ट
वाल्मीकि व्याघ्र परियोजना वन प्रमंडल 2 के वाल्मीकि नगर वन क्षेत्र में झमाझम बारिश के बीच जंगली रास्तों पर जंगल सफारी करना पर्यटक के लिए किसी एडवेंचर से कम नहीं लगता है। सोमवार को बिहार के मुजफ्फरपुर से पहली बार वीटीआर के भ्रमण पर पहुंचे पर्यटक बृजकिशोर कुमार तथा पूर्वी चंपारण से आए नीरज कुमार ने जंगल सफारी के दौरान काफी नजदीक से गैंडा को देख रोमांचित हो उठे। इतना ही जैसे- जैसे जंगल सफारी का सफर आगे बढ़ा वैसे -वैसे पर्यटक को भालू , सुअर,हिरण,साम्भर, मोर आदि सहित कई प्रकार के वन्य जीवों का दीदार करने का मौका मिला।जिससे उन लोगों का रोमांच काफी बढ़ गया। जंगल सफारी से लौटने के बाद बृजकिशोर कुमार तथा नीरज कुमार ने सहित अन्य कई लोगों ने बताया कि हम लोग पहली बार वीटीआर भ्रमण पर आए हैं।यहां की सुंदरता और जंगली जानवरों के दीदार की लालसा लिए हम लोग यहां पहुंचे हैं।जंगल सफारी के क्रम में काफी नजदीक से गैंडा को देखने का अवसर मिला। इतना ही नही झुरमुट में छिपे भालू तथा हिरण के झुंड के साथ जंगली सुअर,सांभर सहित कई प्रकार के जानवरों का दीदार करने का मौका मिला,जो कि एक सुखद अनुभूति है।हम सभी बहुत खुश हैं।मौका मिला तो फिर हमलोग आएंगे।इस बाबत जानकारी देते हुए वाल्मीकि नगर वन क्षेत्र के रेंजर श्रीनिवासन नवीन ने बताया की पर्यटकों की संतुष्टि ही हमारी प्राथमकिता है। बरसात में जंगल के अंदर पेड़ पौधा के पास तथा झाड़ियों में जंगली जानवर छुपे होते है। इसलिए पर्यटक को आसानी से दिखाई देते है। हालांकि वन क्षेत्र में ज़्यादा बारिश होने की स्थिति में जंगल सफारी के ट्रैक का निरीक्षण कर ही सफारी शुरू किया जाता है।