वाल्मीकिनगर से अभिमन्यु गुप्ता की रिपोर्ट

वाल्मीकि व्याघ्र परियोजना वन प्रमंडल 2 इको टूरिज्म आज अपनी ख्याति तेजी से देश सहित विदेशों में बटोर रहा है।यहां की भौगोलिक और नैसर्गिक सुंदरता अनायास ही पर्यटकों का ध्यान अपने ओर आकर्षित कर रहा है।जिसे देखने की तमन्ना लिए पर्यटक लगातार वीटीआर पहुंच रहे हैं।जिसमें देश सहित विदेश से भी पर्यटक पहुंच रहे हैं।इसी क्रम में एक विदेशी पर्यटक जर्मनी के माउंट रेड फ्रैंक अपने नेपाली और इंडियन फ्रेंड के साथ गुरुवार की दोपहर पर्यटन नगरी वाल्मीकिनगर पहुंचे।यहां की सुंदरता,नदी,जंगल और पहाड़ को देख काफी हर्षित हुए।इस बाबत जानकारी देते हुए फ्रैंक ने बताया कि वे इंडिया में बहुत बार आ चुके हैं।परन्तु वाल्मीकिनगर पहली बार पहुंचे हैं।उनके साथ आई महिला जिनका नाम फातमा खातून जो नेपाल के राजधानी काठमांडू में रहती है ने बताया कि माउंट रेड फ्रैंक जर्मनी के हैं जो पेशे से इंजीनियर है।जो काठमांडू स्थित स्वयंभू मंदिर में बने शैक्षणिक संस्थान सुप्रीम सेवा बाबा में पढ़ने वाले गरीब और असहाय बच्चों के लिए डोनेट करते है,साथ ही पढ़ाते भी हैं।और बताया कि हम लोग रक्सौल बॉर्डर से पश्चिमी चंपारण के चनपटिया के सतवरिया गांव अपने रिश्तेदार के यहां शादी में आए थे।शादी बीतने के बाद हमलोग वाल्मीकिनगर घूमने पहुंचे हैं।वहीं जर्मन पर्यटक फ्रैंक ने बताया कि वी टी आर के बारे में नेट के माध्यम से जानकारी मिली थी।यहां पहुंच कर यहां का शांत माहौल और सुंदर वातावरण देख कर काफी अच्छा लगा।और बताया कि अभी मैं जंगल सफारी करने के लिए जंगल कैंप की ओर जा रहा हूं।यहां आ कर मुझे काफी प्रसन्नता हुई है।मौका मिला तो फिर यहां आने का प्रयास करूंगा।वहीं उनके साथ भारतीय नूराज आलम जो चनपटिया के है आए थे।