अनिल कुमार शर्मा मझौलिया पश्चिम चंपारण, बिहार
मझौलिया प्रखंड क्षेत्र के सरिसवा बाजार में आज का दिन ऐतिहासिक रहा। यहाँ सरिसवा डिजिटल लाइब्रेरी का शुभारंभ बड़ी धूमधाम और हर्षोल्लास के साथ किया गया। उद्घाटन समारोह में फीता काटकर प्रधानाध्यापक प्रमोद राय, प्रधानाध्यापक जितेन्द्र प्रसाद, स्थानीय नेता अब्दुल सत्तार, व्यवस्थापक जावेद अख्तर और निदेशक वहीद अख्तर ने संयुक्त रूप से लाइब्रेरी का उद्घाटन किया। इस अवसर पर प्रधानाध्यापक प्रमोद राय ने कहा कि सरिसवा जैसे अपेक्षाकृत पिछड़े क्षेत्र में डिजिटल लाइब्रेरी की स्थापना शिक्षा और ज्ञान के क्षेत्र में क्रांतिकारी कदम है। उन्होंने लाइब्रेरी के प्रोपराइटर और प्रबंधन समिति को धन्यवाद देते हुए कहा कि अब यहां के छात्र-छात्राओं और प्रतियोगी परीक्षाओं की तैयारी करने वाले युवाओं को बड़े शहरों की ओर नहीं भागना पड़ेगा।

लाइब्रेरी के निदेशक वहीद अख्तर ने बताया कि इस डिजिटल लाइब्रेरी में छात्रों के लिए ई-बुक्स, कंप्यूटर लैब, हाई-स्पीड इंटरनेट, ऑनलाइन कोर्स सामग्री, करंट अफेयर्स अपडेट और प्रतियोगी परीक्षाओं से संबंधित विशेष अध्ययन सामग्री उपलब्ध कराई जाएगी। उन्होंने कहा कि बच्चों और युवाओं को डिजिटल शिक्षा के साथ-साथ रोजगार उन्मुख मार्गदर्शन भी यहां मिलेगा। कार्यक्रम में उपस्थित प्रधानाध्यापक जितेन्द्र प्रसाद ने कहा कि ज्ञान ही सबसे बड़ा पूंजी है और इस दिशा में यह लाइब्रेरी गांव और कस्बों के युवाओं को नई रोशनी प्रदान करेगी। स्थानीय नेता अब्दुल सत्तार ने इस पहल को सरिसवा के विकास की दिशा में महत्वपूर्ण बताते हुए कहा कि शिक्षा से ही समाज का सर्वांगीण उत्थान संभव है।

उद्घाटन समारोह में बड़ी संख्या में गणमान्य लोग शामिल हुए। इनमें तैमूल अंसारी, रूपेश शुक्ला, बिरजू कुमार, डॉक्टर अमित कुमार गुप्ता, सरपंच अशोक प्रसाद, झुन्नू उपाध्याय, सतेंद्र राव, मृत्युंजय पाण्डेय, सचिन कुमार, शिवम कुमार समेत क्षेत्र के अनेक सम्मानित नागरिकों ने अपनी उपस्थिति दर्ज कराई और पहल की सराहना की। स्थानीय ग्रामीणों और युवाओं ने इस नई सौगात पर खुशी जाहिर करते हुए कहा कि सरिसवा डिजिटल लाइब्रेरी न केवल शिक्षा के स्तर को ऊँचाई देगी बल्कि क्षेत्र की नई पीढ़ी को आधुनिक और डिजिटल भारत से जोड़ने में भी अहम भूमिका निभाएगी।