प्रधान सचिव, कृषि विभाग ने डाटा की गुणवत्ता सुनिश्चित करने पर दिया जोर

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डिजिटल क्रॉप सर्वे हेतु मास्टर ट्रेनर्स का राज्यस्तरीय प्रशिक्षण संपन्न

विजय कुमार शर्मा बगहा पश्चिम चंपारण, बिहार

कृषि भवन सभागार, पटना में शारदीय (खरीफ) 2025 के लिए डिजिटल क्रॉप सर्वे के सफल क्रियान्वयन हेतु मास्टर ट्रेनर्स का प्रशिक्षण कार्यक्रम आयोजित किया गया। कार्यक्रम की अध्यक्षता प्रधान सचिव, कृषि विभाग, श्री पंकज कुमार ने की।
प्रधान सचिव ने सभी जिलों से आए कृषि पदाधिकारियों को संबोधित करते हुए कहा कि कृषि की व्यवस्था अब डेटा ड्रिवन हो गई है, इसलिए फसल एवं किसान से संबंधित सभी आंकड़े सही, शोधित और समय पर दर्ज किए जाने चाहिए। उन्होंने कहा कि डिजिटल क्रॉप सर्वे एवं फॉर्मर रजिस्ट्री के कार्य को मिशन मोड में संचालित किया जाए और रिपीटेड नेचर के कार्य को भी पूरे उत्साह और ऊर्जा के साथ किया जाए।
उन्होंने जिलों में जमीनी स्तर पर आ रही समस्याओं की जानकारी ली और स्पष्ट किया कि कृषि का डिजिटाइजेशन निर्धारित समय सीमा के भीतर पूरा किया जाना आवश्यक है। रजिस्ट्रेशन के आंकड़ों की सटीकता पर विशेष जोर देते हुए उन्होंने कहा कि आज किसान खेती को केवल अपनी आवश्यकता की पूर्ति के लिए नहीं बल्कि एक लाभकारी व्यवसाय के रूप में करता है।
बिहार में डिजिटल क्रॉप सर्वे का कार्य पिछले तीन फसली मौसम से लगातार किया जा रहा है। रबी 2023-24 में इसे 5 पायलट जिलों से 10 जनवरी 2024 को शुरू किया गया था और मौसम के अंत तक 15 अन्य जिलों को भी इसमें शामिल किया गया। इस दौरान कुल 20 जिलों के 1700 राजस्व ग्राम में 11.56 लाख प्लॉट्स का सर्वे प्रस्तावित था, जिनमें से 9.87 लाख प्लॉट्स पर सफलतापूर्वक सर्वे किया गया। शारदीय (खरीफ) 2024 में 2200 राजस्व ग्राम के 17.35 लाख प्लॉट्स में से 16.59 लाख प्लॉट्स का सर्वे संपन्न हुआ। वहीं रबी 2024-25 में 28 जिलों के 7,187 राजस्व ग्राम में 49.37 लाख प्लॉट्स में से 48.54 लाख प्लॉट्स का सर्वे किया गया, जो योजना की व्यापक सफलता को दर्शाता है।
वर्तमान शारदीय (खरीफ) 2025 में यह कार्य और भी बड़े पैमाने पर किया जा रहा है। बिहार के सभी 38 जिलों में 32 हजार से अधिक राजस्व ग्रामों के अंतर्गत कुल 2 करोड़ 18 लाख से अधिक प्लॉट्स पर डिजिटल क्रॉप सर्वे किया जाएगा। मखाना उत्पादक जिलों अररिया, भागलपुर, दरभंगा, कटिहार, खगड़िया, किशनगंज, मधेपुरा, मधुबनी, मुजफ्फरपुर, पश्चिम चंपारण, पूर्णिया, सहरसा, समस्तीपुर, सीतामढ़ी और सुपौल में मखाना एवं अन्य बागवानी फसलों, तथा ऐसी फसलें जिनकी रोपनी/बुआई का समय एक माह से अधिक का हो चुका हो, का सर्वे 29 जुलाई 2025 से प्रारंभ हो चुका है।
शेष जिलों में खरीफ 2025 का डिजिटल क्रॉप सर्वे 16 अगस्त 2025 से प्रारंभ होकर 26 सितंबर 2025 तक चलेगा। प्रधान सचिव ने सभी संबंधित पदाधिकारियों को मिशन मोड में इस कार्य को पूर्ण करने का निर्देश दिया है। उन्होंने कहा कि समयबद्ध और सटीक डेटा संग्रह से कृषि योजना और नीतियों को अधिक प्रभावी ढंग से लागू किया जा सकेगा।
इस प्रशिक्षण में कृषि निदेशक श्री नितिन कुमार सिंह, निदेशक उद्यान श्री अभिषेक कुमार, अपर निदेशक (शष्य)-सह-निदेशक बामेती श्री धनंजय पति त्रिपाठी, उप निदेशक (शष्य), सूचना डॉ0 राजेश कुमार सहित अन्य पदाधिकारीगण मौजूद थे।

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