विजय कुमार शर्मा बगहा पश्चिम चंपारण, बिहार
बगहा अनुमंडल के धनहा थाना क्षेत्र अंतर्गत यूपी बिहार सीमा के दहवा स्थित बासी बाजार अवैध में अवैध अल्ट्रासाउंड और जांच केंद्रों का गढ़ बन गया है। जिनके पास कोई वैध कागजात उपलब्ध नहीं होने के बावजूद भी बैगर डर भय के केंद्र बेखौफ तरीके से संचालित हो रहे हैं। खास बात यह है कि अवैध अल्ट्रासाउंड केंद्र प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र (पीएससी) दहवा से चंद मीटर की दूरी पर संचालित हो रहा है। जिसका सुधि लेने वाला कोई जिम्मेवार नहीं है ग्रामीणों का आरोप है कि कई बार शिकायत करने के बावजूद स्वास्थ्य विभाग की ओर से कोई ठोस कार्रवाई नहीं की गई, जिससे इन संचालकों का मनोबल बढ़ता जा रहा है। यह न केवल कानून का उल्लंघन है बल्कि स्वास्थ्य सेवाओं की गुणवत्ता और मरीजों की सुरक्षा के साथ खिलवाड़ भी है। ग्रामीणों के अनुसार, इन केंद्रों में बिना योग्य चिकित्सक और तकनीशियन के अल्ट्रासाउंड जांच रिपोर्ट की जा रही है, जिससे गंभीर बीमारियों का सही निदान नहीं हो पा रहा। साथ ही, ऐसे अवैध केंद्र भ्रूण लिंग जांच जैसी गैरकानूनी गतिविधियों के लिए भी इस्तेमाल हो सकते हैं, जो ‘पीसीपीएनडीटी एक्ट’ के तहत गंभीर अपराध है। मिली प्राप्त जानकारी के अनुसार शिकायतों के बाद अब स्वास्थ्य विभाग हरकत में आया है। बगहा के सिविल सर्जन विजय कुमार ने इस संबंध में जानकारी देते हुए बताया कि पीएससी प्रभारी आनंद कुमार को बासी बाजार के सभी अल्ट्रासाउंड केंद्रों की जांच करने का आदेश दिया गया है। उन्होंने कहा कि जांच रिपोर्ट के आधार पर अवैध रूप से संचालित केंद्रों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी। जिन्होंने स्पष्ट किया है कि बिना लाइसेंस और पंजीकरण के किसी भी अल्ट्रासाउंड केंद्र का संचालन गैरकानूनी है और दोषी पाए जाने पर केंद्र सील कर दिया जाएगा तथा संचालकों पर मुकदमा दर्ज कानूनी करवाई की जाएगी । उन्होंने लोगों से अपील की है कि वे ऐसे केंद्रों पर जांच न कराएं और किसी भी संदिग्ध गतिविधि की सूचना तुरंत स्वास्थ्य विभाग को दें।
स्थानीय लोगों ने उम्मीद जताई है कि इस बार प्रशासन कड़ी कार्रवाई करेगा, ताकि अवैध अल्ट्रासाउंड केंद्रों पर रोक लगाई जा सके और स्वास्थ्य सेवाओं की गुणवत्ता में सुधार लाया जा सके। वहीं, स्वास्थ्य विभाग की कार्रवाई पर अब सभी की नजरें टिकी हैं कि क्या यह सिर्फ औपचारिकता होगी या फिर सचमुच इन अवैध गतिविधियों पर नकेल कसी जाएगी।