बच्चों से लेकर बुजुर्ग तक सभी रक्षाबंधन पर्व के उल्लास में डूबे नजर आए।
वाल्मीकि नगर से नंदलाल पटेल की रिपोर्ट
बाल्मीकि नगर थाना क्षेत्र में रक्षाबंधन का पर्व हर्षोल्लास के साथ धूमधाम से मनाया गया। कुछ भाई, बहन के घर पहुंचे तो कुछ बहनें भाई के घर जाकर राखियां बांधी और भाई बहन के अनूठे प्रेम को दर्शाया। जहां बाजारों में राखी की दुकान एवं मिठाइयों की बिक्री खूब रही। स्थानीय गोल चौक, तीन आर डी पुल और टंकी बाजार में कई दुकानों में मिठाइयां खत्म भी हो गई। सावन की रिमझिम बारिश में लोग भींगकर भी रक्षाबंधन में राखियां बंधवाने हेतु आवागमन करते रहे। ग्रामीण क्षेत्र से लेकर शहर के चारों तरफ रक्षाबंधन के गीत गूंजते रहे।

अपने घर से सैकड़ो मील दूर रहने वाले सशस्त्र सीमा बल के जवानों ने स्कूली छात्राओं से राखी बंधवाई। रंग बिरंगी राखियों से स्थानीय दुकानें दुकान सजी रही। सीमावर्ती नेपाल के लोग भी स्थानीय बाजार में राखी की खरीदारी करते नजर आए। भाई बहन के प्रेम का पर्व धूमधाम से हर घर में मनाया गया। बच्चों से लेकर बुजुर्ग तक सभी रक्षाबंधन पर्व के उल्लास में डूबे नजर आए। स्थानीय मंदिरों में विशेष रूप से पूजा अर्चना करने कई भाई-बहन पहुंचे। स्थानीय पंडित, पुरोहित एवं ब्राह्मण भी विभिन्न मोहल्ले और गांव में घर-घर जाकर रक्षा सूत्र बांधकर परंपरा का निर्वाह किया। कई बहनों ने इको फ्रेंडली राखियां खरीदी जो बायोडिग्रेडेबल सामग्री से बनी थी।

मिठाई की दुकानों पर गुलाब जामुन, रसगुल्ला, छेना,काजू कतली की खूब बिक्री हुई। बहनों ने भाइयों की कलाई पर राखियां बांधकर उनकी लंबी उम्र और सुख समृद्धि की कामना की । वहीं भाइयों ने बहनों को उपहार देकर उनकी रक्षा का वचन दिया। यह पर्व न सिर्फ रिश्तों की डोर को मजबूत करता है बल्कि समाज में प्रेम सद्भाव और भाईचारे का संदेश भी देता है। जिनकी बहनें नहीं थीं उन्हें मोहल्ले और कॉलोनी की बहनों ने राखी बांधकर मुंह बोली बहन का फर्ज निभाया। थाना क्षेत्र में गंगा जमुनी तहजीब देखने का मौका मिला जहां मुस्लिम बहनों ने हिंदू भाइयों को राखियां बांधी।