शादमान शकील हैदर बगहा पश्चिम चंपारण, बिहार
बगहा निवासी देश के प्रख्यात शायर डॉक्टर शकील मोईन को दिल्ली विश्वविद्यालय के हंसराज कॉलेज में उनके साहित्यिक योगदान के 5 दशक पूरा होने पर 10 दिसंबर को सम्मानित किया गया। इस कार्यक्रम का आयोजन हंसराज कॉलेज एवं वयम ने किया। संस्था द्वारा डॉ शकील मोईन को अंग वस्त्र और प्रतीक चिन्ह प्रदान कर सम्मानित किया गया। हंसराज कॉलेज की प्राचार्या प्रो. रमा जी एवं वयम के अध्यक्ष श्री नरेश शांडिल्य (Member,Indian film sensor Board) एवं ताराचंद नादान, अनिल मीत, श शशिकांत वयम के पदाधिकारियों ने, हंसराज कॉलेज के सुसज्जित और आकर्षक सभागार में, कवियों एवं श्रोताओं की तालियों की गड़गड़ाहट के बीच सम्मानित किया गया। नरेश शांडिल्य ने डॉ शकील मोईन के जीवन और उनकी रचनाओं पर अपना सारगर्भित संबोधन दिया। डॉ शकील मोईन ने अपने संबोधन में अपने पचास वर्षों के साहित्यिक सेवाओं और अपनी ग़ज़लों को श्रोताओं को सुनाया तथा इतनी आत्मीयता से जन्मदिन मनाने के लिए आभार प्रकट किया। दूसरे सत्र में यादगार कविसम्मेलन हुआ। जिसमें दिल्ली और NCR से आए ३५ कवियों ने अपनी रचनाएं सुनाईं। कार्यक्रम संयोजक ताराचंद नादान और शशिकांत ने किया।






