बगहा–2 के आवासीय जनजातीय विद्यालय में जर्जर भवन बना मौत का कारण

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छत की रेलिंग गिरने से एक छात्र की हुई थी मौत, अधिकारियों ने किया स्थलीय निरीक्षण

विजय कुमार शर्मा बगहा पश्चिम चंपारण, बिहार

बगहा–2 प्रखण्ड अंतर्गत राजकीय अनुसूचित जनजाति 10+2 आवासीय विद्यालय, सेमरा में जर्जर भवन की लापरवाही एक बार फिर जानलेवा साबित हो गई। बीते माह विद्यालय परिसर में पुराने और क्षतिग्रस्त मकान की छत की रेलिंग गिरने से एक छात्र की दर्दनाक मौत हो गई थी, जबकि दो अन्य छात्र गंभीर रूप से घायल हो गए थे। इस हादसे ने शिक्षा विभाग और निर्माण एजेंसियों की कार्यप्रणाली पर गंभीर सवाल खड़े कर दिए हैं।घटना की गंभीरता को देखते हुए आज संबंधित पदाधिकारियों द्वारा विद्यालय का स्थलीय निरीक्षण किया गया। इस दौरान अभियंता (भवन निर्माण विभाग), प्रखण्ड कल्याण पदाधिकारी, जिला आपदा प्रबंधन पदाधिकारी, विद्यालय के प्रधानाध्यापक, अनुसूचित जाति एवं अनुसूचित जनजाति थानाध्यक्ष, चिउटाहा थाना के पुलिस अवर निरीक्षक सहित समस्त विद्यालय प्रशासन मौजूद रहा।

निरीक्षण के पश्चात सभी अधिकारियों के साथ समीक्षात्मक बैठक आयोजित की गई, जिसमें भवन की वर्तमान स्थिति, सुरक्षा व्यवस्था, भविष्य में इस तरह की घटनाओं की पुनरावृत्ति रोकने के उपायों तथा जिम्मेदारों की भूमिका पर विस्तृत चर्चा की गई। अधिकारियों ने स्पष्ट शब्दों में कहा कि जर्जर भवनों को चिन्हित कर शीघ्र मरम्मत या ध्वस्तीकरण की प्रक्रिया अपनाई जाएगी, ताकि भविष्य में किसी भी छात्र की जान खतरे में न पड़े।

बैठक के दौरान सभी संबंधित पदाधिकारियों को आवश्यक दिशा-निर्देश दिए गए। विशेष रूप से विद्यालय में पढ़ने वाले छात्र-छात्राओं की सुरक्षा को सर्वोच्च प्राथमिकता देने, खतरे वाले भवनों को तत्काल उपयोग से बाहर करने तथा निर्माण विभाग द्वारा जल्द से जल्द सुरक्षित संरचना उपलब्ध कराने का आदेश दिया गया। इस घटना से विद्यालय के छात्रों, अभिभावकों और स्थानीय लोगों में गहरा आक्रोश है। लोग प्रशासन से मांग कर रहे हैं कि इस हादसे के लिए जिम्मेदार अधिकारियों पर कड़ी कार्रवाई हो तथा मृत छात्र के परिजनों को उचित मुआवजा दिया जाए।

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