जर्जर छत के कारण बनी रहती है खतरे की आशंका।
मामला राजकीय प्राथमिक विद्यालय धनेश महतो के टोला करमवा का।
अनिल कुमार शर्मा मझौलिया पश्चिम चंपारण।
राजकीय प्राथमिक विद्यालय धनेश महतो के टोला करमवा मैं वर्ग भवन के अभाव में पांच वर्गों की पढ़ाई मात्र तीन कमरों में हो रही है। विद्यालय में चार दीवारी की कमी है। विद्यालय में प्रधानाध्यापक समीर कुमार सहित लक्ष्मी कुमारी शबरुन नेशा अब्दुल वाहिद और रहमतुल्लाह अंसारी शिक्षक और कुल नामांकित बच्चों की संख्या 76 है। प्रधानाध्यापक समीर कुमार ने बताया कि जर्जर छत होने के कारण हमेशा दुर्घटना की आशंका बनी रहती है। कई बार पठन-पाठन के दौरान छत से बालू और कंक्रीट गिर जाते हैं जिससे बच्चों को चोटलग जाती है।

इसके बारे में प्रखंड शिक्षा पदाधिकारी को पूर्व में लिखित आवेदन दे दिया गया है लेकिन आज तक इस समस्या का हल निकालने का प्रयास नहीं किया गया। विकास कुमार अमित कुमार पुष्पा कुमारी रंगीला कुमार अमित कुमार रोशनी कुमारी दिलखुश कुमार शिवानी कुमारी कुसुम कुमारी रवि रंजन आदि छात्रों ने बताया कि कमरे के अभाव में एक कमरा में 2 क्लास संचालित होता है। विद्यालय में चार दिवारी का अभाव है जिसके कारण परेशानी उठानी पड़ती है।

बताते चलें कि विद्यालय में शुद्ध पेयजल किचन रूम तथा शौचालय है लेकिन वर्ग कक्ष चारदीवारी और शिक्षक की कमी के कारण विद्यालय में पढ़ाई लिखाई में व्यवधान उत्पन्न होता है। प्रधानाध्यापक समीर कुमार ने विभाग से अभिलंब जर्जर छत की मरम्मत चार दिवारी का निर्माण कराने और शिक्षक उपलब्ध कराने की मांग की है।

प्रखंड शिक्षा पदाधिकारी हफिजुर रहमान का कहना है कि मामला संज्ञान में है। बहुत जल्द इन समस्याओं का निराकरण करा दिया जाएगा।






