रिपोर्ट – अनोज कुमार सिंह, मुंगेर
जिले में एक बार फिर फर्जी लोन रैकेट के सक्रिय होने का मामला सामने आया है। शास्त्री नगर निवासी आशुतोष भारती, पिता अजय कुमार, जो कि रेलवे में कार्यरत बताए जाते हैं, पर आरोप है कि उन्होंने एक गिरोह बनाकर मुंगेर जिले में फर्जी कागजातों के सहारे लोन पास कराने का कारोबार शुरू कर रखा है।
जानकारी के अनुसार, आशुतोष भारती के साथ उनके सहयोगी अतुल शर्मा (निवासी – बांक पंचायत) और प्रीतम निराला (निवासी – जमालपुर सारोबाग) भी इस अवैध धंधे में शामिल हैं। बताया जा रहा है कि यह गिरोह बैंक मैनेजरों की मिलीभगत से लाखों–करोड़ों रुपये के फर्जी लोन पास करवा चुका है।
पूर्व में भी बैंक ऑफ इंडिया से फर्जी लोन घोटाले का मामला धरहरा थाना तक पहुंचा था, मगर कथित रूप से पैसों के दम पर मामले को दबा दिया गया। अब ताज़ा मामला जमालपुर नेट्रो डैम स्कूल के समीप स्थित ग्रामीण बैंक से जुड़ा है, जहां चार लोगों के नाम पर फर्जी लोन पास कराने की बात सामने आई है।

सूत्रों के अनुसार, यही गिरोह मुंगेर जिले के अन्य ग्रामीण बैंकों से भी लोन पास करवाकर मोटी रकम वसूलता रहा है। इस पूरे खेल में बैंक के कुछ अधिकारियों की भूमिका भी संदिग्ध मानी जा रही है।
स्थानीय नागरिकों ने प्रशासन से मांग की है कि ऐसे गिरोहों पर कड़ी कार्रवाई की जाए, ताकि गरीब और मासूम लोग इनके जाल में न फँसें।
दैनिक दबंग केसरी अखबार ने इस मामले को अपने सोशल मीडिया प्लेटफ़ॉर्म्स पर उजागर करते हुए जनता को जागरूक किया है और प्रशासन से त्वरित हस्तक्षेप की मांग की है।
पूर्व में जब मामला धरहरा थाना पहुंचा था, तब ग्रामीणों ने हसनगंज निवासी नवीन शर्मा को बंधक बनाकर पुलिस के हवाले किया था। लेकिन अब तक इस नेटवर्क के खिलाफ कोई ठोस कदम नहीं उठाया गया है।
प्रशासन कब तक आंख मूंदे बैठे रहेगा? यह बड़ा सवाल अब जिले के आम नागरिक पूछ रहे हैं।






