महात्मा गांधी की कर्मभूमि चंपारण से “पत्रकार सत्याग्रह” की शुरुआत

0
49

रमेश ठाकुर रामनगर – विजय कुमार शर्मा बगहा पश्चिम चंपारण
दिनांक:- 06-10-2025

महात्मा गांधी की कर्मभूमि चंपारण में सोमवार को पत्रकारों ने गैर मान्यता प्राप्त एवं ग्रामीण पत्रकारों को भी पेंशन योजना का लाभ दिलाने की मांग को लेकर कलेक्ट्रेट परिसर के समक्ष एक दिवसीय सांकेतिक धरना दिया।
धरना के उपरांत पत्रकारों का एक प्रतिनिधिमंडल अखिल भारतीय पत्रकार सुरक्षा समिति की पश्चिम चंपारण शाखा के अध्यक्ष मधुकर मिश्रा के नेतृत्व में जिला पदाधिकारी के माध्यम से मुख्यमंत्री नीतीश कुमार को संबोधित ज्ञापन सौंपा गया। जिलाधिकारी अन्य कार्यवश अनुपस्थित रहे, जिसके चलते ज्ञापन उप विकास आयुक्त (DDC) को सौंपा गया।

₹15,000 की पेंशन सराहनीय, पर ग्रामीण पत्रकार अब भी वंचित

ज्ञापन में कहा गया कि बिहार सरकार द्वारा पत्रकारों की पेंशन राशि ₹6,000 से बढ़ाकर ₹15,000 प्रतिमाह करना स्वागत योग्य कदम है, लेकिन यह योजना केवल “मान्यता प्राप्त पत्रकारों” तक सीमित है।
जिले, अनुमंडल, प्रखंड और पंचायत स्तर पर कार्यरत हजारों पत्रकार आज भी इस योजना से वंचित हैं। पत्रकारों ने कहा कि बिहार में लगभग 30 से 40 हजार सक्रिय पत्रकार हैं जो गांवों की समस्याओं को राज्य सरकार तक पहुँचाने का कार्य करते हैं, परंतु इन्हें न वेतन, न पेंशन, न सुरक्षा, और न स्वास्थ्य सुविधा का लाभ प्राप्त है।

“सरकार और मीडिया संस्थान दोनों जिम्मेदार”

पत्रकारों ने आरोप लगाया कि अधिकांश मीडिया संस्थान ग्रामीण पत्रकारों से खबरें तो लेते हैं, लेकिन उन्हें स्थायी पत्रकार के रूप में स्वीकार नहीं करते।
कई पत्रकारों के पास नियुक्ति पत्र या मान्यता नहीं होती, और केवल चुनाव या सरकारी कार्यक्रमों के दौरान अस्थायी परिचय पत्र देकर खानापूर्ति की जाती है।

पत्रकारों की प्रमुख मांगें:

1)पंचायत से लेकर संसद स्तर तक “पत्रकार आयोग” का गठन किया जाए।
2)सभी ग्रामीण एवं गैर मान्यता प्राप्त पत्रकारों को पेंशन योजना में शामिल किया जाए।
3) पत्रकारों और उनके परिवारों के लिए निःशुल्क स्वास्थ्य बीमा योजना लागू की जाए।
4)निर्णय प्रक्रिया और आयोगों में पत्रकारों का प्रतिनिधित्व सुनिश्चित किया जाए।
5)पेंशन की पात्रता अवधि 20 वर्ष से घटाकर 10 वर्ष और आयु सीमा 60 से घटाकर 50 वर्ष की जाए।
6)जिला जनसंपर्क पदाधिकारी की अध्यक्षता में स्थायी समिति गठित की जाए जो पात्र पत्रकारों की सूची तैयार करे।
7) छोटे और लघु समाचार पत्रों को सरकारी विज्ञापन एवं अनुदान की सुविधा दी जाए।

“पत्रकार सत्याग्रह” की चेतावनी

पत्रकारों ने चेतावनी दी कि यदि सरकार ने शीघ्र ठोस कदम नहीं उठाए, तो चंपारण की धरती से “पत्रकार सत्याग्रह” का आंदोलन शुरू किया जाएगा, जिसकी पूरी जिम्मेदारी राज्य एवं केंद्र सरकार की होगी।

कार्यक्रम में प्रमुख रूप से उपस्थित:

अखिल भारतीय पत्रकार सुरक्षा समिति के प्रदेश अध्यक्ष मनोज कुमार सिंह, जिला अध्यक्ष मधुकर मिश्रा, प्रदेश से आए मनोज सिन्हा, वीरेश कुमार सिंह, आज के ब्यूरो चीफ प्रेमचंद पांडेय, गरीब दर्शन के ब्यूरो चीफ विनय कुमार, निरंकार भास्कर, रजी अहमद, राजकुमार पासवान, संजय कुमार पांडेय, जितेंद्र कुमार बिट्टू, रवि रंजन कुमार पांडेय, मनीष कुमार, प्रदीप दुबे, नंदकिशोर पांडे, वकील उर्रहमान खान, अभिषेक कुमार द्विवेदी, नरेंद्र तिवारी, राजन कुमार मिश्रा, विकास कुमार, रमेश ठाकुर (रामनगर), विजय कुमार शर्मा(बगहा), धर्मेंद्र श्रॉफ, कौशिक कुमार, नौशाद अहमद, राणा प्रसाद गुप्ता, शमशाद अजीज, संजय कुमार राव, राजकुमार मुखिया, सत्येंद्र प्रसाद श्रीवास्तव, आदित्य कुमार दुबे, ताज खान, सुदामा द्विवेदी, आशीष कुमार पांडेय, सुग्रीव तिवारी, सुभाष कुमार, धनंजय भारती सहित जिले के प्रिंट, इलेक्ट्रॉनिक और डिजिटल मीडिया के अनेक पत्रकार मौजूद रहे।

LEAVE A REPLY

Please enter your comment!
Please enter your name here