स्थिति सामान्य होने में दो तीन दिन और लगने की संभावना।
अनिल कुमार शर्मा मझौलिया पश्चिम चंपारण।
बिगत 04 जनवरी को आयी प्रलयंकारी आंधी पानी व तूफान की त्रासदी से अभी भी मझौलिया प्रखंड क्षेत्र नही उबर पाया है।सबसे अधिक क्षति मझौलिया चीनी मिल की हुई है।कारखाना के अंदर करोड़ो का उपस्कर पानी मे बर्बाद हो रहा है।चीनी मिल के स्टोर,कारखाना,बाबू क्वार्टर का आवासीय कोलनी और फीटर क्वार्टर से पम्पिंग सेट और मोटर से पानी निकालने का काम जारी है।कंपनी का कंप्यूटर और विधुत उत्पादित सिस्टम पूरी तरह नष्ट हो गया है।फैक्ट्री मैनेजर लाभांशु कुमार दीक्षित ने बताया कि क्षति का आकलन किया जा रहा है।मझौलिया के प्रगतिशील ब्योबृद्ध किसान मुरारी शुक्ल बताते है कि बिगत 35 वर्षो के अंदर इस तरह का आंधी पानी पहले कभी नही देखा।उन्होंने बताया की सैकड़ो एकड़ में लगा धान और गन्ना का फसल नष्ट हो गया है।यहाँ यह उल्लेखनीय है कि आवसीय कोलनी की बुरी स्थिति है।लगभग चालीस परिवार यहां से जलजमाव से त्रस्त होकर पलायन कर गया है।कर्मचारियों का लाखों रुपये का घरेलू सामग्री नष्ट हो गया है।फ्रीज, कूलर, सोफा, अलमीरा बॉक्स ,बाइक आदि घर के पानी मे तैर रहा है। सिविल इंजीनियर विजय पांडेय ने बताया कि अगले दो तीन दिनों के बाद ही स्थिति सामान्य होगा।