जनप्रतिनिधियों की अनदेखी पर भड़के ग्रामीण
विजय कुमार शर्मा बगहा पश्चिम चंपारण, बिहार
बगहा। विगत कई दिनों से हो रही लगातार बारिश ने बगहा-एक प्रखण्ड क्षेत्र की पोल खोल दी है। नगर परिषद क्षेत्र के तेलिया टोला और चखनी गांव में जलजमाव से आमजन का जीवन अस्त-व्यस्त हो गया है। नालियों का गंदा पानी मुख्य सड़क पर बह रहा है, जिससे लोग मजबूरी में उसी रास्ते से होकर गुजरने को विवश हैं। गंदगी और बदबू के कारण बीमारियों का खतरा भी मंडरा रहा है। ग्रामीणों का कहना है कि इस स्थिति के लिए न केवल प्रशासन बल्कि जनप्रतिनिधि भी बराबर के दोषी हैं। विधायक और विधान पार्षद से लेकर वार्ड पार्षद तक किसी ने अबतक यहां की सुध लेना जरूरी नहीं समझा। यह क्षेत्र हर साल बारिश में जलजमाव से जूझता है, लेकिन कोई स्थायी समाधान नहीं निकाला जाता। सरकार जहां विकास के दावे करती है, वहीं जमीनी हकीकत में यह क्षेत्र बदहाली और उपेक्षा का शिकार है।

स्थानीय मुखिया लालाबाबू उर्फ रविरंजन यादव एवं समाजसेवी वार्ड पार्षद मदन यादव ने कहा कि सीमावर्ती इलाका होने के कारण यहां हमेशा भेदभाव किया जाता है। उन्होंने बताया कि इस समस्या को कई बार नगर परिषद और अंचल कार्यालय में उठाया गया। यहां तक कि विश्व सूत्री बैठक में भी नाले के निर्माण की मांग रखी गई, लेकिन हर बार आश्वासन के सिवा कुछ नहीं मिला।ग्रामीणों ने चेतावनी दी है कि अगर शीघ्र ही नाले का निर्माण कर जलनिकासी की व्यवस्था नहीं की गई, तो वे बड़े पैमाने पर आंदोलन करेंगे। लोगों का आरोप है कि शासन और प्रशासन केवल कागजों पर विकास दिखाता है, जमीन पर सिर्फ लापरवाही और उपेक्षा है।