वाल्मीकि नगर से नंदलाल पटेल की रिपोर्ट
थाना क्षेत्र के 3 नंबर पहाड़ (उपरी शिविर) स्थित गोल घर के समीप बीच सड़क पर बाघ देखे जाने से लोगों में दहशत फैल गई। बाघ की मौजूदगी की खबर तेजी से फैली, जिसके बाद ग्रामीणों में दहशत का माहौल बन गया। देखते ही देखते कॉलोनी में अफरा-तफरी मच गई और लोग अपने घरों में दुबक गए। तीन नंबर पहाड़ निवासी अमित सिन्हा ने सबसे पहले बाघ को देखा। उन्होंने बताया कि वह रात में करीब 10 बजे खाना खाकर सपरिवार टहल रहे थे। तभी करीब 60-70 मीटर दूर झाड़ियों से एक वन्य जीव को निकलते देखा। जैसे ही वह जानवर नजदीक आया, उन्होंने पहचान लिया कि वह एक बाघ है। बता दें कि जंगल से बाहर बाघ की सक्रियता कम होने का नाम नहीं ले रही है। गुरुवार की रात थाना क्षेत्र के गोलघर के पास एक बाघ देखे जाने से हड़कंप मच गया। बाघ सड़क पर चहलकदमी करता दिखाई दिया। इससे ग्रामीणों में दहशत फैल गई। हालांकि बाघ चहलकदमी करने के बाद बाघ जंगल की ओर निकल गया। इसके बाद कॉलोनी वासियों ने राहत की सांस ली। वही एक सप्ताह पूर्व बाघ ने इसी क्षेत्र में लगभग आधा दर्जन मवेशियों को अपना शिकार बनाया है। ग्रामीणों का कहना है कि बाघ की सक्रियता लगातार बढ़ रही है। इससे मानव वन्यजीव संघर्ष की स्थिति बनने का खतरा भी बढ़ गया है।
वन विभाग ने शुरू की तलाश
वाल्मीकिनगर रेंजर अमित कुमार ने बताया कि सूचना मिलने के बाद वन विभाग की टीम मौके पर पहुंची। वन विभाग ने ग्रामीणों को सतर्क रहने की सलाह दी और रात के समय अकेले बाहर न निकलने की अपील की है ।