पूर्व उप प्रमुख पर लगाए गंभीर आरोप,सरपंच ने जिला पदाधिकारी को दिया आवेदन।
अनिल कुमार शर्मा मझौलिया पश्चिम चंपारण।
गुदरा पंचायत में जमाबंदी में हेर फेर कराने का सनसनीखेज मामला प्रकाश में आया है। इसको लेकर सरपंच धेनुष राय और मुखिया लाल बच्चा यादव के नेतृत्व में गुरुवार को पंचायत के ग्रामीण गोल बंद हो गए और विरोध जताया।
सरपंच धेनुष राय ने बताया कि पूर्व उपप्रमुख नंदकिशोर यादव द्वारा जमीन सर्वे करने वाली टीम के अमीन और कर्मियों को मेल में लेकर जमाबंदी नंबर 215 और 38 की अधिकतर जमीनों में व्यापक स्तर पर हेर फेर कराया है। सरपंच ने आरोप लगाया कि पूर्व उप प्रमुख ने अपने स्वर्गीय पिता और अपनी माता के नाम पर जमीनों को अंकित करा लिया है। इसका खुलासा होने पर ग्रामीण आक्रोशित हो गए तथा सरपंच के यहां जाकर सारी बात बताई। ग्रामीणों के विशेष अनुरोध पर सरपंच ने इससे संबंधित एक आवेदन जिला पदाधिकारी बेतिया पश्चिम चंपारण को दिया तथा न्याय दिलाने की मांग की।
बताते चले की जमाबंदी नंबर 215 और 38 के भूस्वामियों में उप मुखिया मिथिलेश कुमार रामसेवक ठाकुर अवध राय बलवंत कुमार प्रभाकर कुमार यादव उमाशंकर यादव शिवनाथ यादव विश्वनाथ यादव सुरेश यादव कपिल देव यादव हीरालाल यादव रामदेव यादव रामायण यादव अजीत प्रसाद भगवत शाह उपेंद्र यादव बेलास साह भीम यादव कमलेश यादव महेंद्र यादव गौरीशंकर यादव प्रेम यादव सर्फ देव यादव जनक यादव झींगुर ठाकुर सहित अन्य
ग्रामीण शामिल है। इस हेरा फेरी को लेकर ग्रामीणों में काफी आक्रोश देखा जा रहा है।
आरोपित पूर्व उप प्रमुख नंदकिशोर यादव ने बताया कि मेरे ऊपर लगाए गए आरोप निराधार है। सर्वे के दौरान कोई भी आपत्ति नहीं किया गया है।
अंचलाधिकारी राजीव रंजन ने बताया कि मामला सर्वे विभाग से संबंधित है। इसके लिए रैयत जिला मुख्यालय में जाकर संबंधित अधिकारी को अपना आपत्ति दायर करें।