गोपालगंज बिहार से सुदीश श्रीवास्तव की रिपोर्ट
मांझागढ़/ गोपालगज ।समाजिक दृष्टि से देखा जाय तो दूसरे की जीवन के लिए अपने को तकलीफ उठाने वाले बहुत कम अधिकारी मिलते है । इसी कड़ी में मांझा समुदायिक स्वास्थ्य केंद्र में पदस्थापित डॉक्टर सह पूर्व चिकित्सा पदाधिकारी डॉक्टर असरफ अली और वर्तमान अंचलाधिकारी मुन्ना कुमार ने नारी सशक्तिकरण अभियान का सहयोग करते हुए खून से कमी के कारण होने वाले मौत पर ध्यान आकर्षित करते हुए खून से कमी वाले मरीजो की जान बचाने के उद्देश्य से डॉक्टर और अंचलाधिकारी ने रक्तदान कर एक मिसाल कायम किया है । वही दूसरी तरफ मरीजो का कहना है लोग रक्तदान इस लिए करते है जिस मरीज को खून नही मिल पाने कि इस्थिति में रक्तदान किये गए खून से बचाया जा सके परन्तु सरकारी अस्पताल के ब्लड बैंक से खून लेने के लिए खून देना पड़ता है तभी खून के कमी वाले मरीज को ब्लड चढ़ पाता है अगर खून नही देने पर खून नही मिल पाता है इस परिस्थिति में लोगो के द्वारा किये गए रक्तदान दान किस काम रहता है कि जब तक खून लेने लिए खून नही दिया जाता तब तक खून नही मिलता है जिसके कारण खून के कमी वाले मरीजो को चिंताजनक इस्थिति में खून नही मिलने पर मौत से जूझने के लिए विवश रहना पड़ता है ।