विजय कुमार शर्मा बगहा पश्चिम चंपारण, बिहार
बगहा अनुमंडल अंतर्गत मधुबनी प्रखंड स्थित राजकीय कृत हरदेव प्रसाद इंटरमीडिएट कॉलेज मधुबनी के पूर्व प्राचार्य पं०भरत उपाध्याय ने शारदीय नवरात्र शुरू होने पर अपने निज निवास पर बताया कि घरों में शुभ मुहूर्त में कलश रखा गया और जप अनुष्ठान शुरू हो गया।
उन्होंने कहा कि हमारे समाज में संस्कारों का विशेष महत्व है। परंपराओं के निर्वहन हेतु संस्कारों का ज्ञान आवश्यक है।हर व्यक्ति को संस्कारों का ज्ञान कराया जाना चाहिए। जहां मां की भक्ति और पूजा होती है वहां दुख दर्द की कोई जगह नहीं रहती केवल सुख शांति और समृद्धि का वास होता है। आज- कल के नासमझ लोग अपनी देवी स्वरूप पूजनीया माता को अपमानित करने तथा परिवार में अपमानित होते हुए देखने वाले कलंकित लोग भी नवरात्र के पावन पर्व पर श्री दुर्गा माता की आराधना में गला फाड़ कर स्तुति का गायन और जयकारे लगाते हुए देखे जा रहे हैं । ऐसे ढोंगी बेशर्मों ने ही भारतीय संस्कृति का सर्वनाश कर दिया है।
जबकि इस पर्व में उपवास रखकर आध्यात्मिक चिंतन के साथ सामाजिक समरसता का महान संकल्प लेना कल्याणकारी है।गंडक पार के सभी गांवों में श्रद्धापूर्वक सांसारिक बाधाओं से मुक्त होकर मां के विभिन्न रूपों की पूजा-अर्चना धूम -धाम से किया जा रहा है । जिसमें हिन्दू मुस्लिम सहित मानसिक और शारीरिक रूप से शुद्ध लोग उल्लास पूर्वक भाग ले रहे हैं।
संध्या समय सुप्रसिद्ध कथावाचिका प्रिया प्रियदर्शिनी द्वारा प्रस्तुत देवी गीत श्रोताओं को मंत्रमुग्ध कर दिया।दहवा के कलश यात्रा में हर वर्ग के लोगों का श्रद्धा पूर्वक शामिल होना अविस्मरणीय है।