विजय कुमार शर्मा बगहा पश्चिम चंपारण, बिहार
बगहा। बगहा दो प्रखंड के अंचलाधिकारी (सीओ) रवि प्रकाश चौधरी ने हाल ही में एक विद्यालय का औचक निरीक्षण किया। निरीक्षण के दौरान यह चौंकाने वाला तथ्य सामने आया कि बच्चों के पास खेलने के लिए मैदान ही नहीं है। मजबूरन छात्र-छात्राएं पूरा दिन कक्षाओं के भीतर ही बिताने को विवश थे। कारण यह था कि विद्यालय से सटी जमीन पर कुछ लोगों ने अवैध कब्जा कर लिया था। जांच के क्रम में जब सीओ ने अतिक्रमण का विरोध किया, तो एक अतिक्रमणकारी ने उन पर हमला भी कर दिया। हालांकि, उसे तुरंत गिरफ्तार कर जेल भेज दिया गया। इस घटना ने मामले की गंभीरता और भी बढ़ा दी।
सीओ ने विद्यालय के बच्चों से बातचीत कर उन्हें भरोसा दिलाया कि जल्द ही उनके लिए सुरक्षित और बड़ा खेल का मैदान उपलब्ध कराया जाएगा। उन्होंने कहा कि बच्चों के शारीरिक और मानसिक विकास के लिए खेलना अत्यंत आवश्यक है और किसी को भी निजी स्वार्थ के लिए उनके भविष्य से खिलवाड़ करने की अनुमति नहीं दी जाएगी। सीओ ने स्पष्ट किया कि अतिक्रमणकारियों के खिलाफ सख्त कानूनी कार्रवाई होगी और विद्यालय परिसर से जुड़े मैदान को चारदीवारी से सुरक्षित किया जाएगा, ताकि बच्चे निश्चिंत होकर खेलकूद कर सकें।
यह घटना इस बात का उदाहरण है कि किस प्रकार स्वार्थवश लोग सार्वजनिक संपत्तियों पर कब्जा कर लेते हैं, जिसका सीधा असर बच्चों की शिक्षा और भविष्य पर पड़ता है। प्रशासन की सक्रियता से अब स्थानीय लोगों में उम्मीद जगी है कि ऐसे अतिक्रमणों पर अंकुश लगेगा और बच्चों को उनका बुनियादी अधिकार – खेल का मैदान – वापस मिलेगा।