बाल्मीकि नगर से नंदलाल पटेल की रिपोर्ट
वाल्मीकिनगर। वन एवं वन्यजीवों की सुरक्षा सुनिश्चित करने के उद्देश्य से वन विभाग ने ऑपरेशन मानसून की शुरुआत की है। इस अभियान के तहत वनों एवं नदी क्षेत्रों में गश्त को तेज कर दिया गया है। बरसात के मौसम में वन तस्करी, अवैध शिकार और अवैध घुसपैठ की आशंका बढ़ जाती है, इसी को देखते हुए विभाग ने विशेष सतर्कता बरतनी शुरू कर दी है।
वन विभाग की टीमों द्वारा सीमावर्ती क्षेत्रों—नेपाल और उत्तर प्रदेश से सटे इलाकों—पर विशेष निगरानी रखी जा रही है। इसके साथ ही बरसाती नदियों में भी गश्ती अभियान चलाया जा रहा है। विभाग ने उपलब्ध सभी संसाधनों का अधिकतम उपयोग करते हुए पेट्रोलिंग को प्रभावी बनाने पर जोर दिया है।
वाल्मीकिनगर रेंजर अमित कुमार ने बताया कि मानसून के दौरान जंगलों में अवैध गतिविधियां बढ़ने की संभावना रहती है। ऐसे में वन अपराध और शिकार की घटनाओं को रोकना विभाग की पहली प्राथमिकता है। उन्होंने बताया कि इस बार विशेष रूप से मोटर बोट से नदी क्षेत्रों में पेट्रोलिंग की जा रही है। इसका मकसद उन तस्करों और अवैध रूप से प्रवेश करने वालों को रोकना है जो नदियों के रास्ते घुसपैठ की कोशिश करते हैं।
रेंजर ने यह भी कहा कि वन और वन्यजीवों की सुरक्षा केवल विभाग का ही नहीं बल्कि समाज के हर व्यक्ति का दायित्व है। आम लोगों से अपील की गई है कि यदि कहीं भी संदिग्ध गतिविधि दिखाई दे तो तुरंत वन विभाग को सूचना दें, ताकि समय पर कार्रवाई की जा सके।
इस अभियान के जरिए विभाग उम्मीद कर रहा है कि मानसून के दौरान जंगलों और वन्यजीवों की सुरक्षा मजबूत होगी और तस्करों के हौसले पस्त होंगे।