वाल्मीकि नगर से नंदलाल पटेल की रिपोर्ट
भारत नेपाल सीमा को पंख लगाती तथा दोनों देशों को अपनी मध्य धारा के सीमांकन से बांटने वाली एवं कुदरती अनुपम सौंदर्य को सहेज अपनी उफनती धाराओं से सहज तौर पर परिचय कराने वाली पावन सलिला नारायणी एवं वाल्मीकि ऋषि की तपोभूमि पर बसा वाल्मीकि नगर बॉर्डर को अचानक सील कर दिए जाने से दोनों देशों के लोगों में हड़कंप मच गया है। इंडो नेपाल बॉर्डर पर सुरक्षा बलों की तैनाती बढ़ा दी गई है और सीमा क्षेत्र में कड़ी निगरानी रखी जा रही है। रोजमर्रा के काम से भारत और नेपाल के बीच आवाजाही करने वाले आम लोग अचानक फस गए हैं। भारत नेपाल के बीच बेटी रोटी का संबंध सदियों से चला आ रहा है। भारत के लड़कियों की शादी नेपाल में और नेपाल के लड़के लड़कियों की शादी भारत में हुई है। हिंसक प्रदर्शन के बाद नेपाल के नेटवर्क काम नहीं कर रहे हैं जिसके कारण दोनों देशों के लोग अपने-अपने सगे संबंधियों से बातचीत नहीं कर पा रहे हैं । सीमा बंद होने से रोजाना काम करने वाले मजदूर छात्र और व्यापारी सबसे ज्यादा प्रभावित हो रहे हैं। वाल्मीकि नगर और आसपास के गांव में रहने वाले लोग अक्सर दैनिक आवश्यकताओं के लिए नेपाल जाते हैं ।वहीं नेपाल के सीमावर्ती इलाके के लोग भी भारत में खरीदारी और रोजगार के लिए आते जाते रहते हैं। लेकिन अचानक लगी रोक ने दोनों तरफ की जनता को संकट में डाल दिया है। बॉर्डर पर एसएसबी के जवान पूरी तरह अलर्ट मोड में है। पैदल आवा गमन पर भी पूरी तरह रोक लगा दी गई है। स्थिति सामान्य होने पर ही सीमा को खोली जाएगी।