84 किलोग्राम भार वर्ग में रामबाबू पहलवान ने जीता गोल्ड मेडल।
अनिल कुमार शर्मा मझौलिया पश्चिम चंपारण।
नेशनल कॉम्बैट कुश्ती चैंपियनशिप गोरखनाथ की नगरी गोरखपुर उतर प्रदेश में आयोजित
कार्यक्रम के दौरान मझौलिया प्रखंड अंतर्गत परसा पंचायत निवासी विकास सिंह पहलवान नेशनल कोच के नेतृत्व में हनुमान अखाड़ा परसा के रामबाबू पहलवान ने 84 किलोग्राम भार वर्ग में गोल्ड मेडल जीत कर फिर से पूरे देश में चंपारण का नाम रौशन किया और साथ ही बाबा सुमंत दास इंटरनेशनल पहलवान हनुमान गढ़ी अयोध्या ने 76 किलोग्राम भार वर्ग में गोल्ड मेडल जीत कर परचम लहराया और परसा के विकास सिंह पहलवान को बेस्ट कॉम्बैट रैफरी अवार्ड से उत्तरप्रदेश के भाजपा प्रदेश उपाध्यक्ष विधायक प्रदीप शुक्ला द्वारा सम्मानित किया गया।

बताते चले की विकास पहलवान हनुमान गढ़ी अखाड़ा परसा में प्रतिदिन सुबह शाम दर्जनों पहलवानों को कुश्ती के दाव पेंच सीखाते हैं। प्रखंड क्षेत्र सहित जिले और अन्य राज्यों में भी आयोजित होने वाले कुश्ती महा दंगल प्रतियोगिता में विकास सिंह पहलवान द्वारा रेफरी का काम किया जाता है जो पूरे पारदर्शी पूर्ण ढंग से होता है जिसकी सभी प्रशंसा करते हैं। आज के आधुनिक युग में एक तरफ जहां युवा वर्ग क्रिकेट फुटबॉल जैसे खेलों की तरफ आकर्षित है तो दूसरी तरफ कबड्डी भारतोलन कुश्ती जैसे खेल में युवाओं की रुचि नहीं देखी जा रही है। लेकिन विकास सिंह जैसे पहलवान इस परंपरा को आज भी जीवंत किए हुए हैं।
उन्होंने बताया कि प्राचीन काल से ही कुश्ती का खेल दमखम और जीवट वाला खेल माना जाता है। इससे शारीरिक विकास होता है शरीर मजबूत होता है। ग्रामीण परिवेश में कुश्ती कबड्डी जैसे खेल आज भी काफी लोकप्रिय और प्रचलित है।
रामबाबू पहलवान को 84 किलोग्राम भार वर्ग में गोल्ड मेडल और बाबा सुमंत दास को 76 किलोग्राम भार वर्ग में गोल्ड मेडल तथा उत्कृष्ट और पारदर्शी पूर्ण ढंग से मैच रेफरी की भूमिका निभाने वाले विकास पहलवान को सर्वश्रेष्ठ रेफरी के रूप में गोल्ड मेडल दिए जाने से खेल प्रेमियों सहित मझौलिया वासियों ने हार्दिक बधाई देते हुए उनके उज्जवल भविष्य की कामना की है।