गांव की ओर प्रवेश रोकने के लिए उठाए जा रहे एहतियाती कदम
वाल्मीकि नगर से नंदलाल पटेल की रिपोर्ट
वाल्मीकि टाइगर रिजर्व के वाल्मीकिनगर वन क्षेत्र में जंगली हाथियों ने कालेश्वर धाम के पास हाथी शेड में मचाया उत्पात , वहां पर लगे जाली को भी किया तोडफार। हाथियों की ताजा लोकेशन हाथी साला के नजदीक दर्ज की गयी है। उक्त क्षेत्र में हाथी के पग मार्क वन कर्मियों को प्राप्त हुए हैं। उस आधार पर वन कर्मी हाथी की मॉनिटरिंग में जुटे हैं।
हाथी प्रायः हरियाली और पौष्टिक आहार की तलाश में टाइगर रिजर्व क्षेत्र में प्रवेश कर जाते हैं और स्वभाव से हिंसक होने के कारण क्षति भी पहुंचाते हैं। इस बाबत बाल्मीकि नगर रेंजर अमित कुमार ने बताया कि जंगली हाथी स्वभाव से हिंसक और आक्रामक होते हैं।
पहले भी कई बार उत्पात मचा चुके हैं जंगली हाथी
पहले भी जंगली हाथी इस क्षेत्र में उत्पात मचा चुके हैं।चितवन नेशनल पार्क (नेपाल) की सीमा वीटीआर से सटा होने के कारण यहां बाघ व गैंडा भी भटक कर पहुंचते रहते हैं। अक्सर जंगल से सटे गांवों में जंगली जानवर घुस आते हैं। इससे ना सिर्फ वहां रह रहे लोगों को बल्कि जानवरों को भी परेशानी होती है। यह पहला मामला नहीं है जब वीटीआर में जंगली हाथी घुस आए हो। इससे पहले भी कई बार ऐसा हो चुका है कि जंगली हाथी इस क्षेत्र में आकर उत्पात मचा चुके हैं और अक्सर गांव वाले साथ मिलकर या वन विभाग की मदद से जंगली जानवरों को वापस जंगल की ओर खदेड़ा जाता है। पग मार्क के मुताबिक हाथियों के एक दर्जन की संख्या में होने का अनुमान लगाया जा रहा है। इस झुंड में बच्चे भी शामिल हैं।गांव की ओर प्रवेश रोकने के लिए एहतियाती कदम उठाए जा रहें हैं। यदि ग्रामीण गांव के आसपास हाथी को देखते हैं तो वे रेंज कार्यालय या स्थानीय वन कर्मचारियों को सूचित कर सकते हैं। हाथी के पगमार्क भी मिले हैं। इसके सहारे वन कर्मियों के द्वारा हाथियो की मॉनिटरिंग की जा रही है।