गोपालगंज बिहार से सुदीश श्रीवास्तव की रिपोर्ट
मांझागढ़/ गोपालगंज ।एक समय था कि लोग महावीरी अखड़ा मेला के लिए हनुमान जी की प्रतिमा की पूजा अर्चना कर दरवाजे दरवाजे हनुमान जी की प्रतिमा को घुमाया जाता था ताकि लोग भगवान हनुमान जी की पूजा कर सके तथा महावीरी अखड़ा मेला में लाठी भांजने की कला प्रदर्शन कर दिखाते थे । पुरानी परंपरा समाप्त होती जा रही है । लोगो से हजारों हजारों रुपया चंदा की वसूली कर महावीरी अखड़ा में आर्केस्ट्रा का प्रोग्राम डीजे की धुन पर कराया जा रहा है। डीजे की ध्वनि इतनी तेज बज रही है कि डीजे कीआवाज से लोगो की धड़कने बढ़ जा रही है तथा आर्केस्ट्रा के प्रोग्राम से अप्रिय घटना घटने की संभावना बनी रहती है। जिसको ध्यान में रखते हुए प्रशासन के द्वारा डीजे बजाने और आर्केस्ट्रा का प्रोग्राम कराने एवं अश्लील गीत बजाने पर प्रतिबंध लगाया गया हैं। जो लोग प्रतिबन्ध का पालन नही कर रहे है उन पर प्रशासन के द्वारा कानूनी करवाई भी की जा रही है फिर भी हमारी युवा पीढ़ी में बनी महावीरी अखड़ा समिति प्रशासन के द्वारा लगाए गए प्रतिबंध तथा डीजे की तेज ध्वनि से पड़ रहे कुप्रभाव तथा अश्लील गीत बजाने से समाज मे क्या प्रभाव पड़ रहा है इसकी परवाह किये बिना महावीरी अखड़ा मेला डीजे बजाने और आर्केस्ट्रा का प्रोग्रम बिना रोक टोक चला है जितनी पैसा हमारी युवा पीढ़ी के द्वारा चंदा इकठा कर आर्केस्ट्रा का प्रोग्राम कराने में खर्च की जा रही है । उस पैसे को संस्कृतिक प्रोग्राम में खर्च की जाती तो समाज मे अच्छी प्रभाव भी पड़ता तथा कुप्रभाव से बचे जा सकता था तथा प्रशासन के द्वारा लगाए गए प्रतिबन्ध का पालन भी हो जाता हला की प्रशासन की मुस्तैदी का कारण मांझागढ़ महावीरी अखड़ा मेला शांति पूर्ण ढंग से सम्पन्न हो गया कही से भी किसी प्रकार के अप्रिय घटना की सूचना समाचार संकलन तक नही है ।