विजय कुमार शर्मा बगहा पश्चिम चंपारण, बिहार
पतिलार पंचायत स्थित सरस्वती विद्या मंदिर की पावन भूमि पर राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के शताब्दी वर्ष के अंतर्गत “पंच परिवर्तन से राष्ट्रीय पुनर्निर्माण” विषय पर एक विशेष कार्यक्रम का आयोजन किया गया।

इस कार्यक्रम का संचालन साइबर अधिवक्ता एवं सामाजिक कार्यकर्ता अंकित देव अर्पण द्वारा किया गया। कार्यक्रम में संघ के विभाग प्रचारक नीतीश कश्यप, जिला सह कार्यवाह समरेंद्र किशोर, जिला संपर्क प्रमुख नितिन साह, बेतिया नगर के बौद्धिक प्रमुख आशीष कुमार, जिला गो संवर्धन विभाग के अमरेंद्र श्रीवास्तव, जिला विधिज्ञ संघ के अध्यक्ष एवं वरीय अधिवक्ता ऐगेंद्र मणि मिश्रा, नितिन गडकरी के पूर्व जनसंपर्क अधिकारी जयंत दीक्षित तथा क्षेत्र के जिला परिषद सदस्य सोनू यादव समेत कई गणमान्य लोगों की उपस्थिति रही।

कार्यक्रम का शुभारंभ विद्यालय के प्रभारी प्राचार्य सुनील मिश्रा, कार्यालय प्रमुख विनोद शुक्ला एवं अतिथियों द्वारा दीप प्रज्वलन से किया गया। इसमें 50 से अधिक स्वयंसेवक एवं 200 से अधिक ग्रामीणों ने भाग लिया। अपने उद्बोधन में विभाग प्रचारक नीतीश कश्यप ने कहा कि “हमारी संस्कृति को केवल याद करने की बजाय उसे आचरण में लाना आवश्यक है। स्वदेशी वस्तुओं का प्रयोग और पर्यावरण संरक्षण आज की सबसे बड़ी आवश्यकता है।” जिला सह कार्यवाह समरेंद्र किशोर ने रामायण, महाभारत एवं गीता की घटनाओं से उदाहरण देते हुए युवाओं को स्वामी विवेकानंद के मार्ग पर चलने की प्रेरणा दी और सामाजिक समरसता पर बल दिया।

जिला विधिज्ञ संघ अध्यक्ष ऐगेंद्र मणि मिश्रा ने कुटुंब प्रबोधन पर जोर देते हुए कहा कि आधुनिक जीवनशैली में परिवार और संस्कृति से दूरी बढ़ रही है, जिसे रोकना जरूरी है।
जयंत दीक्षित ने संघ की सौ वर्षीय यात्रा और समाज सेवा के आयामों पर प्रकाश डाला। वहीं जिला परिषद सदस्य सोनू यादव ने कहा कि युवाओं की सक्रिय भागीदारी और छोटे-छोटे समूहों में शाखा आयोजन से संघ को मजबूती मिलेगी।कार्यक्रम का संचालन करते हुए अंकित देव अर्पण ने नागरिक कर्तव्यों पर विशेष बल दिया और कहा कि “अधिकारों की मांग से पहले हमें अपने कर्तव्यों का पालन करना चाहिए।”

इस प्रकार पतिलार की ऐतिहासिक धरती पर आयोजित यह कार्यक्रम सांस्कृतिक चेतना, राष्ट्रीय एकता और समाज सेवा का सशक्त संदेश देकर सफलतापूर्वक सम्पन्न हुआ।