विजय कुमार शर्मा बगहा पश्चिम चंपारण, बिहार
गोवर्धन थाना क्षेत्र के गुदगुदी गांव में झोलाछाप डॉक्टर की लापरवाही और अवैध अस्पताल संचालन की भेंट चढ़कर एक महिला की मौत हो गई। गुदगुदी गांव स्थित शिवम हॉस्पिटल का संचालन राहुल कुमार करता है, जो बिना किसी चिकित्सकीय डिग्री के खुलेआम सर्जरी करता है।मृतका लीला देवी (27 वर्ष), पत्नी दिनेश मांझी, निवासी बना बेलवा, कटोरी पंचायत, थाना रामनगर बताई गई हैं। परिजनों के अनुसार महिला को प्रसव पीड़ा होने पर वे रामनगर ले गए थे, लेकिन आशा एवं दलाल के बहकावे में आकर गुदगुदी गांव स्थित शिवम हॉस्पिटल पहुंचे। यहां शाम 6 बजे ऑपरेशन किया गया और देर रात 12 बजे महिला की मौत हो गई।
बवाल और परिजनों का आरोप
महिला की मौत के बाद परिजन शव के साथ अस्पताल परिसर में जमकर हंगामा करने लगे। ग्रामीणों ने आरोप लगाया कि अस्पताल संचालक ने जानबूझकर लालच में महिला की जान से खिलवाड़ किया।

परिजनों को पैसे देकर चुप कराने और प्रशासन को मिलाने का आरोप
सूत्रों के अनुसार मृतका के परिजनों को पैसे देकर मामले को दबाने की कोशिश की गई। इतना ही नहीं, स्थानीय प्रशासन को भी मोटी रकम (करीब पचास हजार रुपये) देकर मामले को रफा-दफा करने की बात सामने आ रही है।
प्रशासन की संदिग्ध भूमिका
सबसे बड़ा सवाल प्रशासन पर खड़ा हो रहा है। ग्रामीणों ने आरोप लगाया कि जब मौत के बाद अस्पताल में बवाल हुआ और प्रशासन मौके पर पहुंचा, तो उन्होंने शव को अपने कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम क्यों नहीं कराया?
पोस्टमार्टम न कराना प्रशासन और झोलाछाप डॉक्टर की मिलीभगत की ओर इशारा करता है।
कार्रवाई की मांग
ग्रामीणों का कहना है कि यदि इस पूरे मामले की निष्पक्ष जांच कराई जाए तो बड़े पैमाने पर भ्रष्टाचार और स्वास्थ्य विभाग की मिलीभगत उजागर होगी। उन्होंने झोलाछाप डॉक्टर की गिरफ्तारी और पूरे प्रकरण की उच्चस्तरीय जांच की मांग की है। इस मामले पर गोवर्धन थाना अध्यक्ष ने कहा कि सूचना उन्हें प्राप्त हुई है और परिजनों द्वारा लिखित आवेदन मिलने पर अग्रेतर कार्रवाई की जाएगी।