रमेश ठाकुर – रामनगर पश्चिम चंपारण,बिहार
दिनांक:- 19-06-2025
वंदे भारत एक्सप्रेस के बगहा स्टेशन पर ठहराव की स्वीकृति को जहां एक ओर क्षेत्रीय विकास की दिशा में स्वागत योग्य कदम बताया जा रहा है, वहीं दूसरी ओर हरिनगर क्षेत्र की उपेक्षा को लेकर अब सामाजिक संगठनों में आक्रोश पनपने लगा है।लोक जागरण मंच के महामंत्री सईद सिद्दीकी ने एक सार्वजनिक अपील जारी कर हरिनगर के साथ हो रही लगातार अनदेखी पर गंभीर सवाल उठाए हैं। उन्होंने कहा कि हरिनगर न केवल भौगोलिक दृष्टि से, बल्कि राजस्व, यात्रियों की संख्या और सामाजिक-राजनीतिक सक्रियता के दृष्टिकोण से भी एक अहम केंद्र है, जिसे बार-बार नज़रअंदाज़ किया जाना अनुचित और दुर्भाग्यपूर्ण है।सिद्दीकी ने अपने बयान में याद दिलाया कि हरिनगर में सत्याग्रह एक्सप्रेस के ठहराव को लेकर अतीत में रेल चक्का जाम जैसा बड़ा आंदोलन हुआ था। साथ ही, उन्होंने दावा किया कि रेलवे को हरिनगर से होने वाली सालाना आय बगहा की तुलना में कहीं अधिक है। ऐसे में सिर्फ “हर जगह ट्रेन नहीं रुक सकती” जैसे तर्क देकर हरिनगर की माँग को दरकिनार किया जाना पूरी तरह अनुचित है।हम किसी के विरोध में नहीं हैं, लेकिन हरिनगर को उसका हक़ मिलना चाहिए,” सिद्दीकी ने दो टूक कहा। उन्होंने इस बात पर भी ध्यान दिलाया कि वर्तमान में केंद्र, राज्य और स्थानीय प्रतिनिधि सभी एक ही राजनीतिक विचारधारा से हैं, बावजूद इसके यदि हरिनगर जैसे जागरूक और सक्रिय क्षेत्र की अनदेखी हो रही है तो यह एक गंभीर प्रश्न है।लोक जागरण मंच ने युवाओं, किसानों, व्यापारियों, कर्मचारियों और प्रबुद्ध नागरिकों से शांतिपूर्ण, लोकतांत्रिक और संगठित तरीके से अपने हक़ की माँग करने की अपील की है। संगठन ने यह भी स्पष्ट किया कि यह आंदोलन किसी के विरोध में नहीं, बल्कि हरिनगर की गरिमा और अधिकार की पुनःस्थापना के लिए है।
मुख्य माँग:
हरिनगर में वंदे भारत सहित प्रमुख ट्रेनों का ठहराव सुनिश्चित किया जाए। क्षेत्र की सामाजिक, आर्थिक और ऐतिहासिक पहचान को दृष्टिगत रखते हुए उचित निर्णय लिया जाए। हरिनगर अब चुप नहीं बैठेगा। जब तक अधिकार नहीं मिलता, आवाज उठती रहेगी, — इसी संदेश के साथ लोक जागरण मंच ने आंदोलन के अगले चरण की नींव रख दी है।