अनिल कुमार शर्मा मझौलिया पश्चिम चंपारण।
सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र मझौलिया में प्रभारी चिकित्सा पदाधिकारी डॉ. अनुपम प्रसाद की अध्यक्षता में एएनएम को प्रशिक्षण दिया गया । इसके तहत अस्पताल में नवपदस्थापित लगभग 120 से अधिक एएनएम को प्रशिक्षण दिया गया। एएनएम को शून्य से छह वर्ष तक के बच्चों को होने वाली एक दर्जन से अधिक जानलेवा बीमारियों से बचने के लिए सरकारी स्तर पर होने वाले टीकाकरण के संबंध में विस्तार से जानकारी दी गई। गर्भवती को समयानुसार दिए जाने वाले टीके के संबंध में भी बताया गया। एनएम को परिवार नियोजन कार्यक्रम संबंधी जानकारी दी गई। परिवार नियोजन के लिए आइयूसीडी सबसे उपयुक्त माध्यम बताया गया । चिकित्सक व कर्मी महिलाओं को दो बच्चों के बीच दो या दो से अधिक वर्ष के अंतर के लिए आइयूसीडी का प्रयोग करने की जानकारी दी गई । प्रशिक्षण में कर्मियों को इससे होने वाले लाभ व लगाने के दौराने बरती जाने वाली सावधानी के बारे में भी विस्तृत रूप से बताया गया।साथ ही सपोर्टिंग लाइवलीहुड इनिशिएटिव प्रोग्राम के बारे में जानकारी दी गई। जिसका उद्देश्य एएनएम को ग्रामीण क्षेत्रों में स्वास्थ्य सेवाएं प्रदान करने के लिए सशक्त बनाना है। गौरतलब हो कि मुख्यमंत्री डिजिटल हेल्थ योजना के तहत सरकारी अस्पतालों एवं स्वास्थ्य केंद्रों में पेपरलेस वर्क करने की योजना के तहत ये प्रशिक्षण दिये जा रहे हैं। यह प्रशिक्षण बिहार हेल्थ एप्लीकेशन विजनरी योजना फॉर ऑल भाव्या द्वारा दिया जा रहा है। इस योजना के तहत मरीज को काउंटर पर पुर्जा नहीं बनवाना पड़ेगा। केवल टोकन नंबर पर मरीज की जांच होगी और दवा भी मिल सकेगी, जिसमें सभी कार्य ऑनलाइन होंगे और मरीज परेशानी से बच सकेंगे । मौके पर डॉ . लुकमान, हेल्थ मैनेजर शकील अहमद, प्रधान लिपिक शिवशांत कपुर राजेश सिंह, राकेश कुमार , डाटा ऑपरेटर रविंद्र शर्मा सहित एएनएम उपस्थित थी ।