संभावनाओं से भरपूर बाल्मीकि गंडक बराज पर केंद्र की पैनी नजर

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बाल्मीकि नगर से नंदलाल पटेल की रिपोर्ट

केंद्रीय जल आयोग की उच्च स्तरीय टीम ने सोमवार को गंडक बराज पुल का विस्तृत निरीक्षण किया। केंद्र सरकार के निर्देश पर पहुंचे विशेषज्ञों ने पुल के सभी फाटकों, संरचनात्मक हिस्सों और भार वहन क्षमता का सूक्ष्मता से आकलन किया। यह निरीक्षण गंडक बराज के भविष्य को लेकर एक अहम पहल माना जा रहा है। टीम का नेतृत्व कर रहे केंद्रीय जल आयोग के पूर्व अध्यक्ष ए.के. बजाज ने बताया कि केंद्र सरकार ने गंडक बराज की स्थिति की जांच के लिए एक विशेष तकनीकी टीम गठित की थी, जिसे स्थल निरीक्षण का कार्य सौंपा गया। इस दौरान पुल की दीर्घकालिक मजबूती, जल प्रवाह नियंत्रण और संरचना की क्षमता को लेकर कई अहम बिंदुओं का अध्ययन किया गया।

उन्होंने बताया कि कस्टम विभाग द्वारा गंडक बराज की भार क्षमता को लेकर केंद्र को पत्र भेजा गया था, जिसमें भविष्य में बढ़े हुए परिवहन भार को ध्यान में रखते हुए पुल की क्षमता बढ़ाने की जरूरत जताई गई थी। इसी क्रम में यह निरीक्षण किया गया है। पूर्व अध्यक्ष बजाज ने यह भी जानकारी दी कि निरीक्षण के आधार पर एक विस्तृत तकनीकी रिपोर्ट तैयार की जा रही है, जिसे शीघ्र ही केंद्र सरकार और बिहार सरकार को सौंपा जाएगा। रिपोर्ट के आधार पर गंडक बराज पुल के नवीनीकरण, संरचनात्मक सुदृढ़ीकरण और भार वहन क्षमता को दोगुना करने की दिशा में ठोस पहल की जाएगी।

गौरतलब है कि गंडक बराज न केवल एक प्रमुख जल संसाधन संरचना है, बल्कि यह नेपाल और भारत के बीच आवागमन और व्यापार का भी महत्वपूर्ण जरिया है। ऐसे में इसकी तकनीकी मजबूती और दीर्घकालिक उपयोगिता सुनिश्चित करना सरकार की प्राथमिकताओं में शामिल है।स्थानीय प्रशासन और आमजन ने केंद्रीय टीम के इस निरीक्षण को एक सकारात्मक पहल बताते हुए इसे विकास की नई उम्मीद करार दिया है। अब सबकी निगाहें केंद्र और राज्य सरकार द्वारा इस दिशा में लिए जाने वाले अगली कार्यवाही पर टिकी हैं।

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