विगत शनिवार की दोपहर गंडक बराज में लगाई थी,छलांग।
नेपाल पुलिस, एपीएएफ और गोताखोरों की मदद से गंडक बराज से लगभाग 12 किलोमीटर दूर नेपाली क्षेत्र ठाड़ी घाट के निकट शव बरामद।
वाल्मीकि नगर से अभिमन्यु गुप्ता की रिपोर्ट

भारत-नेपाल अंतर्राष्ट्रीय सीमा के वाल्मीकि नगर में भारत-नेपाल को जोड़ने वाली ऐतिहासिक गंडक बराज के नेपाली क्षेत्र स्थित 26 और 27 नम्बर फाटक के बीच डाउनस्ट्रीम में विगत शनिवार की दोपहर आत्महत्या की नीयत से छलांग लगाएं व्यक्ति की शव को कड़ी मशक्कत के बाद रविवार की शाम को नेपाल पुलिस, एपीएफ और गोताखोरों ने स्टीमर की मदद से व्यवसायी का शव गंडक बराज से लगभग 12 किलो मीटर दूर नेपाल पिलर के नेपाल क्षेत्र ठाढ़ी घाट के समीप से बरामद किया गया। शव मिलने के बाद परिजनों में चीख पुकार मच गई है। जिससे पूरे गांव में मातम का माहौल बन गया है।
उत्तर-प्रदेश के महाराजगंज जिले के ठुठीबारी बाजार के प्रतिष्ठित व्यवसायी राम लखन अग्रहरी पुत्र अशर्फी अग्रहरी उम्र लगभग 48 वर्ष जो किसी कार्य से त्रिवेणी बाजार में आया था, ने त्रिवेणी गंडकी नदी पर बने पुल से 5 अप्रैल दिन शनिवार की दोपहर गंडक बराज के फाटक नंबर 26 और 27 के बीच आत्महत्या की इरादे से गंडक बराज के डाउनस्ट्रीम में छलांग लगा दिया।गंडक बराज पर मछली मार रहे नेपाली युवक राम बहादुर शिवपुर गढी निवासी ने इस घटना की सूचना नेपाल पुलिस और एपीएफ को दी। नेपाली एपीएफ के एस आई बल बहादुर थापा और त्रिवेणी चौकी के हवलदार ललित यादव और कई पुलिस द्वारा घटनास्थल पर पहुंचकर युवक की खोजबीन की गई थी। परंतु पानी में कूदे व्यक्ति की खोज नहीं हो सकी है। वही रविवार की शाम गोताखोरों ने स्टीमर की मदद से व्यवसायी का शव गंडक बराज से लगभग 12 किलो मीटर दूर नेपाल के ठाड़ी घाट के निकट से बरामद किया गया।