वाल्मीकिनगर से अभिमन्यु गुप्ता की रिपोर्ट

वीटीआर वन प्रमंडल 2 के वाल्मीकिनगर और गोनौली रेंज सहित कई रेंज में मौसम बदलते ही वन प्रशासन की बेचैनी बढ़ चली है।कारण है गर्मी की तपिश और तेज पछुआ हवा के कारण लगातार आग का लगना।जिससे वन संपदा को नुकसान तो पहुंचता ही हैं। साथ ही वन्य जीवों के अधिवास भी जल जाने से वन्य जीव जंगल से भटक कर रिहायशी इलाकों की ओर अपना रुख करने लगते हैं।इसी क्रम में शुक्रवार की दोपहर अचानक से आग लगने के कारण दो अलग अलग वन क्षेत्र में लगभग 6 एकड़ जंगल जिसमें छोटे छोटे पेड़ पौधे,झाड़ियां सहित कीड़े मकोड़े जल कर खाक हो गए।वन कक्ष संख्या टी 2 जो जटाशंकर वन क्षेत्र से सटे ऊपरी शिविर है में अचानक आग लग गई जिसमें लगभग 5 एकड़ जंगल में लगे झाड़ियां सहित छोटे छोटे पेड़ पौधे जल गए।वहीं दरुआबरी गांव के समीप से संतपुर गांव के बीच दोन सेवा पथ के बगल में उगे झाड़ियों में आग लग गई।जिसमें लगभग एक एकड़ जंगल की झाड़ी जल गई।इस बाबत जानकारी देते हुए रेंजर श्रीनिवासन नवीन ने बताया कि अज्ञात कारणों से इन दोनों जगहों पर आग लग गई थी।जिसे वन कर्मियों और फायर वाचरों की टीम ने कड़ी मशक्कत के बाद आग को बुझाने में कामयाब हो गए।साथ ही बताया कि आग लगने के कारणों का पता किया जा रहा है।