वन कर्मियों को वन विभाग के सभागार में दिया गया विशेष प्रशिक्षण

0
2

आधुनिक तकनीक से होगी वन्यजीवों की सुरक्षा

वाल्मीकि नगर से नंदलाल पटेल की रिपोर्ट

वाल्मिकी नगर स्थित वन विभाग के सभागार में
वन विभाग में कार्यरत वनपाल एवं वनरक्षियो के लिए विशेष प्रशिक्षण कार्यक्रम का आयोजन किया गया। इसका उद्देश्य वन कर्मियों को भविष्य की चुनौतियों के लिए तैयार करना और उनके कार्यक्षेत्र में दक्षता बढ़ाना है। प्रशिक्षण में वन्यजीव संरक्षण, कानून अनुपालन, रेस्क्यू ऑपरेशन और जीपीएस तकनीक के उपयोग पर फोकस किया गया। वन कर्मियों को जंगल की आग से निपटने, प्राथमिक उपचार और आपातकालीन स्थितियों से निपटने का प्रशिक्षण भी दिया गया।वनकर्मियों को बहुत ही सरल और सहज तरीके से जानकारियां देकर प्रशिक्षित किया गया। इसके अलावा प्रोजेक्टर के माध्यम से फिल्मांकन से भी वनकर्मियों को वन्य जीव अपराधों से जुड़ी जानकारियां, घटनास्थल पर चुनोतियों से अवगत कराते हुए विविध जानकारिया दी गई। प्रशिक्षण में शामिल वनकर्मियों को भौतिक सत्यापन के माध्यम से वन अपराधों के घटित होने, साक्ष्‌य प्रमाण सहित जंगल क्षेत्रो में सक्रिय शिकारियों की पहचान, इनसे पूछताछ आदि के तरीके भी बताए गये । ताकि किसी भी घटना, शिकार, वन अपराध से सबंधित विवेचना कर सके। रेंजर अमित कुमार ने ऐसे प्रशिक्षण के आयोजन पर खुशी जताते हुए बताया कि इस तरह के आयोजनों में वन कर्मियों को बहुत कुछ सीखने मिलता है। वनकर्मियों को दुर्लभ वन्य जीवों की पहचान, भौतिक स्थिति, अनुकूलता के साथ साथ विधि अधिनियम से जुड़ी बिंदुवार जानकारियां दी गई। जिससे आने वाले समय मे वन अमला इस प्रकार से जुड़े किसी भी मामले में और और अधिक सक्रियता और सजगता से कार्य कर सकेगा।आधुनिक तकनीक से वन्यजीवों की सुरक्षा, जंगलों की निगरानी और अवैध गतिविधियों पर नियंत्रण एक गेम-चेंजर साबित हो सकती है। वीटीआर में वनपालों वन रक्षियों के पदस्थापन के साथ ही वाल्मीकि टाइगर रिजर्व में निगरानी में सुधार होने की उम्मीद प्रबल हो गई है। इन वनपालों/वन रक्षियों को बाघों और अन्य वन्यजीवों के संरक्षण, आवास की सुरक्षा, और संबंधित गतिविधियों का प्रशिक्षण दिया जा रहा है।
इस प्रशिक्षण का मुख्य उद्देश्य वन्यजीवों के सुरक्षित रहने और उनके आवास की सुरक्षा में विशेषज्ञता प्राप्त करना है।इस प्रशिक्षण के दौरान, वनपालों को वन्यजीवों के आवास, पहचान, और वनस्पति की पहचान के लिए विस्तृत जानकारी प्रदान की गई है। इस अवसर पर प्रशिक्षक फील्ड बायोलॉजिस्ट डॉक्टर सौरभ वर्मा, डब्ल्यू डब्ल्यू एफ के लैंडस्केप समन्वयक प्रकाश मर्द राज, अहबर आलम आदि मौजूद रहे।

LEAVE A REPLY

Please enter your comment!
Please enter your name here