वाल्मीकिनगर से अभिमन्यु गुप्ता की रिपोर्ट
बिहार के वाल्मीकिनगर से प्रतिदिन सैकड़ों मजदूर गंडक बराज के रास्ते पड़ोसी देश नेपाल में धान की रोपनी करने और रोजगार पाने की नियत से भारी संख्या में गरीब मजदूरों का पलायन तेजी से हो रहा है।विदित हो कि बिहार के पश्चिमी चंपारण जिले के हर्नाटांड़, सेमरा, रामनगर, भैरोगंज आदि कई क्षेत्रों से धान के रोपनी के लिए हर वर्ष गरीब मजदूर हजारों की संख्या में पड़ोसी देश नेपाल में मजदूरी करने जाते हैं।इसी क्रम में इस बार भी इन दिनों हजारों की संख्या में मजदूर धान रोपनी करने के लिए नेपाल की ओर अपना रुख कर रहे हैं।रोपनी करने जा रहे लोगों में शनिचरी थाना के चरगाहा पंचायत के भैंसही गांव निवासी पनकी देवी पति मैनेजर साह उम्र लगभग 55 वर्ष, मंसी शाह आदि ने बताया कि बारिश नहीं होने से धान की रोपाई नहीं हो रही है। साथ ही साथ रोजगार का भी बहुत ज्यादा अभाव है। जिसके कारण जीवन यापन करना काफी मुश्किल हो चली है। नेपाल में धान के रोपाई के सीजन में भरपूर रोजगार के साथ दो वक्त का भोजन और नेपाल में उपलब्ध अंगुर की बेटी का स्वाद फ्री में किसानों के द्वारा उपलब्ध कराई जाती है।स्थानीय तीन आर डी पुल चौक पर प्रतिदिन सैकड़ो मजदूरों का जमावड़ा लग रहा है। जिसमें पुरुष, महिला और किशोरियां शामिल हैं। मजदूरों को अपने साथ ले जाने के लिए भारी संख्या में नेपाली किसानों का भी जमावड़ा लग रहा है।जिस किसान द्वारा ज्यादा सुविधा देने का लालच दिया जाता है। मजदूरों का झूंड उसके साथ हो जाता है। मजदूरों के पलायन से बगहा,लौरिया और रामनगर क्षेत्र में मजदूर संकट उत्पन्न होने की संभावना से इंकार नहीं किया जा सकता।