विजय कुमार शर्मा बगहा पश्चिम चंपारण

जिला सूचना एवं जनसम्पर्क कार्यालय, बेतिया की ओर से जारी एक आधिकारिक संदेश में यह स्पष्ट किया गया कि निर्वाचन विभाग ने मीडिया प्रतिनिधियों को फोटो, वीडियो और बाइट लेने की अनुमति नहीं दी है। इसके बजाय पूर्वनिर्धारित प्रेस सामग्री ही मीडिया को उपलब्ध कराई जाएगी।
पत्रकार आदित्य कुमार दुबे ने इस कदम को प्रेस की स्वतंत्रता के विरुद्ध बताया है और इसे लोकतांत्रिक मूल्यों तथा पारदर्शिता के सिद्धांतों पर सीधा आघात करार दिया है। उन्होंने इस विषय में भारतीय प्रेस परिषद को एक शिकायत पत्र प्रेषित किया है। बेतिया, 17 मई – पश्चिम चम्पारण के बेतिया में आयोजित निर्वाचन आयोग की समन्वय बैठक के दौरान प्रेस की स्वतंत्र रिपोर्टिंग पर लगाए गए प्रतिबंध को लेकर मीडिया जगत में रोष व्याप्त है। शिकायत में उन्होंने तर्क दिया है कि यह प्रतिबंध संविधान के अनुच्छेद 19(1)(a) द्वारा प्रदत्त अभिव्यक्ति की स्वतंत्रता और प्रेस परिषद अधिनियम, 1978 की भावना का उल्लंघन करता है। उन्होंने भारतीय प्रेस परिषद से अनुरोध किया है कि मामले की जाँच कर संबंधित अधिकारियों को निर्देशित किया जाए ताकि भविष्य में मीडिया की स्वतंत्र रिपोर्टिंग सुनिश्चित हो सके। यह मामला एक बार फिर यह प्रश्न उठाता है कि क्या सरकारी कार्यक्रमों की रिपोर्टिंग पर नियंत्रण लोकतंत्र के चौथे स्तंभ को कमजोर कर रहा है?