पुलिस के आने पर भी आक्रोशित रहे परिजन।
आपसी समझौते के बाद मामले का हुआ खात्मा।
अनिल कुमार शर्मा मझौलिया पश्चिम चंपारण।
शनिवार के दिन हरि पकड़ी रोड स्थित एक निजी नर्सिंग होम में प्रसूता की मौत का आरोप लगाते हुए परिजनों ने घंटों जमकर बवाल काटा। मृतक की पहचान नौतन खुर्द पंचायत के वार्ड नंबर 4 निवासी जिवन साह की 37 पत्नी रानी देवी के रूप में की गई है। परिजनों का कहना है कि विगत दो दिनों से गर्भवती रानी देवी का इलाज निजी नर्सिंग होम में चल रहा था। शनिवार की सुबह जवाब दिया कि आप लोग गर्भवती रानी देवी को बेतिया ले जाइए। बताया जाता है कि रानी देवी को बच्चा पैदाइश होने वाला था। बेतिया जाने के क्रम में गर्भवती रानी देवी की मौत हो गई। आक्रोशित परिजन शव को लेकर निजी क्लीनिक पर आ पहुंचे और गेट पर शव रखकर चीख पुकार मचाते हुए जमकर बवाल काटने लगे। सूचना पाकर थाना अध्यक्ष सुनील कुमार सिंह दरोगा अंकित कुमार अमित कुमार भानु प्रकाश सिंह तथा पुलिस बल के साथ घटनास्थल पर पहुंच आक्रोशित परिजनों को समझाकर शांत करने का प्रयास किया। लेकिन परिजन क्लीनिक को बंद करने तथा क्लीनिक संचालक पर प्राथमिकी दर्ज करने की मांग पर डटे हुए थे।

थाना अध्यक्ष सुनील कुमार सिंह ने बताया कि मृतक के परिजनों द्वारा आवेदन मिलते ही सुसंगत धाराओं के साथ प्राथमिकी दर्ज करते हुए कानूनी कार्रवाई शुरू कर दी जाएगी। बताते चले की उक्त क्लीनिक के बोर्ड पर सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र मझौलिया के प्रभारी चिकित्सा पदाधिकारी डॉ अनुपम प्रसाद का नाम और रजिस्ट्रेशन नंबर भी अंकित है। परिजनों का आरोप है कि डॉक्टर अनुपम प्रसाद की संरक्षण में उक्त नर्सिंग होम का संचालन होता है। इस संदर्भ में प्रभारी चिकित्सा पदाधिकारी डॉक्टर अनुपम प्रसाद ने अपनी संलिप्तता से इनकार करते हुए कहा है कि मेरे नाम का गलत इस्तेमाल किया जा रहा है। मैं संचालक के विरुद्ध कानूनी कार्रवाई करूंगा। समाचार प्रेषण तक मृतक के परिजन क्लीनिक को सील करने और कानूनी कार्रवाई करने की मांग पर डटे हुए थे। अपराह्न में अंततः दोनों पक्षों की रजामंदी से आपसी समझौता के कारण मामले को रफा दफा कर दिया गया।