वाल्मीकिनगर से अभिमन्यु गुप्ता की रिपोर्ट
वाल्मीकि व्याघ्र परियोजना आज देश सहित विदेशों में भी अपनी पहचान तेजी से बना रहा है।यहां की प्राकृतिक और नैसर्गिक सहित भौगोलिक सुंदरता,जल,जंगल और पहाड़ सहित धार्मिक स्थल के दीदार को प्रतिदिन देश सहित विदेशों से पर्यटक पर्यटन पर पहुंचते हैं।इसी दौरान बिहार के हाजीपुर से वीटीआर के परिभ्रमण पर पहुंचे पर्यटकों को जंगल सफारी के दौरान काफी करीब से तेंदुआ,भालू ,सुअर,हिरण,साम्भर मोर सहित अन्य कई वन्य जीवों का दीदार करने का मौका मिला।जिससे काफी गदगद हुए।सफारी से लौटने के बाद पर्यटकों में विशेश्वर सिंह सहित अन्य लोगों ने बताया कि हमलोग पहली बार वीटीआर परिभ्रमण पर आए हैं।यहां की सुंदरता और जंगली जानवरों के दीदार की लालसा लिए हम लोग यहां पहुंचे हैं।जंगल सफारी के दौरान काफी करीब से तेंदुआ,भालू,हिरण, सुअर,सांभर सहित अन्य कई जानवरों का दीदार करने का मौका मिला,जो कि एक सुखद अनुभूति है।हम सभी बहुत खुश हैं।मौका मिला तो हमलोग फिर से वीटीआर भ्रमण पर आएंगे।इस बाबत जानकारी देते हुए वाल्मीकि नगर वन क्षेत्र के रेंजर श्रीनिवासन नवीन ने बताया पर्यटकों की संतुष्टि ही हमारी प्राथमकिता है। वन क्षेत्र में शाकाहारी और मांसाहारी जीव जंतुओं की तादाद में आशातीत वृद्धि हुई है, जो उत्साह वर्धक है।