दाखिल-खारिज में 20 हजार की रिश्वत मांगने का आरोप, सीओ ने बताया निराधार

0
91

विजय कुमार शर्मा बगहा पश्चिम चंपारण, बिहार

प्रखंड बगहा एक के राजस्व कार्यालय में दाखिल-खारिज प्रक्रिया को लेकर गंभीर रिश्वतखोरी का मामला सामने आया है। पीड़ित अजय कुमार ने आरोप लगाया है कि उनके दाखिल-खारिज वाद संख्या 776/2025-26 और 777/2025-26 की सुनवाई के दौरान राजस्व कर्मचारी रिंटू राज ने ₹20,000 की रिश्वत मांगी।
पीड़ित का कहना है कि 11 जुलाई 2025 को इन वादों की आपत्ति सुनवाई के क्रम में संबंधित अधिकारी ने वाद अस्वीकृत करने का निर्णय लिया था। लेकिन बाद में कर्मचारी रिंटू राज ने उनसे 20 हजार रुपये की मांग की और कहा कि इसमें से कुछ हिस्सा सीओ मैडम को भी देना होगा। अजय कुमार का आरोप है कि जब उन्होंने रिश्वत देने से इनकार किया, तो कर्मचारी ने चुनौती भरे लहजे में कहा, जहां शिकायत करनी है, कर लीजिए, वाद अस्वीकृत नहीं होगा। अजय कुमार का कहना है कि यह सिर्फ व्यक्तिगत उत्पीड़न का मामला नहीं, बल्कि सरकारी कार्यालयों में व्याप्त भ्रष्टाचार की गहरी जड़ें उजागर करता है। उन्होंने जिला प्रशासन से उच्चस्तरीय जांच और भौतिक सत्यापन की मांग की है, ताकि भविष्य में किसी भी आवेदक को ऐसी स्थिति का सामना न करना पड़े। स्थानीय लोगों का कहना है कि दाखिल-खारिज की प्रक्रिया पहले से ही लंबी और जटिल है। यदि इसमें कर्मचारियों द्वारा अवैध वसूली की प्रवृत्ति जुड़ जाए, तो यह सीधे तौर पर शासन-प्रशासन की छवि को नुकसान पहुंचाता है। सूत्रों के मुताबिक, यह पहला मौका नहीं है जब रिंटू राज या अन्य कर्मचारियों पर इस तरह के आरोप लगे हों, लेकिन अब तक किसी मामले में ठोस कार्रवाई सामने नहीं आई है। इस मामले में बगहा एक की सीओ नर्मदा श्रीवास्तव ने आरोपों को पूरी तरह निराधार बताया। उन्होंने कहा कि उक्त वाद पर आपत्ति दर्ज है, इसलिए दोनों पक्षों को सुने बिना वाद को रिजेक्ट नहीं किया जा सकता। यह दबाव बनाने की कोशिश है। सीओ ने आश्वासन दिया कि दोनों पक्षों की सुनवाई के बाद जो भी उचित होगा, वही कार्रवाई की जाएगी।

LEAVE A REPLY

Please enter your comment!
Please enter your name here