वाल्मीकिनगर से अभिमन्यु गुप्ता की रिपोर्ट

वाल्मीकि व्याघ्र परियोजना वन प्रमंडल 2 के वाल्मीकिनगर वन क्षेत्र में मौसम के बदलाव के साथ गर्मी की तपिश से व्याकुल हो वन्य जीव सहित सरीसृप प्रजाति के जीव जंतुओं के निकलने का सिलसिला शुरू हो गया है। जिसमें सबसे ज्यादा सरीसृप प्रजातियों के जीवों के निकलने से ग्रामीणों में भय व्याप्त हो चला है। इसी क्रम में गुरुवार की शाम वाल्मीकिनगर थाना क्षेत्र के ठाडी गांव निवासी अजय कुमार महतो के घर में बेहद ही खतरनाक और विषैले प्रजाति का सांप किंग कोबरा वन क्षेत्र से भटक कर जा घुसा।जिसे देख घर वालों में दहशत फैल गई। जिसकी सूचना तत्काल ग्रामीणों के द्वारा वन कार्यालय को दी गई। सूचना पर डब्ल्यू आई आई के फील्ड अस्सिटेंट मुकेश कुमार और डब्ल्यू टीआई के फील्ड अस्सिटेंट सुनील कुमार तथा वनकर्मियों की स्नेक कैचर की टीम घटनास्थल पर पहुंच कई घंटों के मशक्कत के बाद लगभग 12 फीट लंबा किंग कोबरा सांप का रेस्क्यू करने में सफलता पाई। रेस्क्यू के उपरांत किंग कोबरा को जटाशंकर वन परिसर के वन क्षेत्र में सुरक्षित छोड़ दिया गया। बताते चले की किंग कोबरा, कोबरा जैसे खतरनाक सांपों को भी अपना भोजन बना लेता है। इसके डसने के बाद लोगों को बचने की संभावना बहुत कम रहती है। इस बाबत जानकारी देते हुए वाल्मीकिनगर वन क्षेत्र के रेंजर श्रीनिवासन नवीन ने बताया कि एक विशालकाय किंग कोबरा सांप को ठाड़ी गांव से सफल रेस्क्यू किया गया है।इन दोनों लगातार बढ़ रहे गर्मी के कारण वन्य जीव सहित सांप प्रजाति के जीव वन क्षेत्र से भटक कर रिहायशी क्षेत्र की ओर कभी-कभी अपना रूख कर लेता है। ग्रामीणों से अपील की गई है,कि वह सजग और सतर्क रहें। किसी भी वन्य जीव को देखने के उपरांत उसके साथ छेड़छाड़ ना करें। तत्काल इसकी सूचना वन कार्यालय को दें।