शादमान शकील हैदर बगहा पश्चिम चंपारण, बिहार
मतदाता सूची के विशेष पुनरीक्षण के खिलाफ इंडिया गठबन्धन के आह्वान पर बिहार में बिहार बंद के तहत बगहा में बन्दी सफल रहा। भारतीय चुनाव आयोग के द्वारा बिहार नोटबन्दी की तरह वोट छटनी का काम जो कर रहे हैं। वह काला कानुन है। इससे करोड़ो लोगों का मताधिकार समाप्त होने जा रहा है। चुनाव आयोग द्वारा यह गरीब विरोधी कानुन है।बिहार के जनता के ऊपर चुनाव आयोग ने साजिश के तहत जबरन थोपा जा रहा है। बिहार के जनता ने चुनाव आयोग के इस मंशा को खारिज करता है। राज्यव्यापी बिहार बन्द का आह्वान कर बगहा में सड़क जाम कर नारे के सा एनएच 227 अनुमण्डल के पास चका जाम भी किया गया। चक्का जाम करने में लगभग 500 लोगों की भागीदारी रही। जिसमें (माले) राजद, कॉग्रेस, वीआईपी,सीपीआई सरिख़ें सभी पार्टीयों के बगहा अनुमण्डल के शीर्ष नेतृत्व के नेता लोग भाग लिया है। नुक्कड़ सभा में (माले) नेता भिखारी प्रसाद ने कहा की इण्डिया गठबन्धन व मुख्य चुनाव आयोग के द्वारा नया वोटर लिस्ट के जगह पर पुरानी वोटर लिस्ट से ही बिहार विधानसभा चुनाव हो।यही ऐसा नहीं हुआ तो यह आन्दोलन आगे और आक्रामक होगा। इसकी सारी जबाबदेही भाजपा गठबंधन की होगा। बन्दी में शामिल भाकपा (माले) नेता बंधुराम यादव,बृजेश राम युनियन अध्यक्ष, राजद नेता कमलेश दुबे,कालिम साहब,कांग्रेस नेता रमाशंकर दुबे,पप्पू यादव,संदीप उर्फ गोलू,वीआईपी नेता कृष्णा साहनी, माले नेता परशुराम यादव, एपवा सुमित्रा देवी, राजवंती देवी आदि तमाम इंडिया गठबंधन के कार्यकर्ता उपस्थित थे ।