भाजपा प्रदेश अध्यक्ष पर मेडिकल कॉलेज कब्जे का आरोप, जन सुराज ने मांगा इस्तीफा!

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विजय कुमारशर्मा – बगहा प० चम्पारण, 10-07-2025 (बिहार)

किशनगंज स्थित माता गुजरी मेडिकल कॉलेज (MGM) पर कब्जे को लेकर भाजपा प्रदेश अध्यक्ष दिलीप जायसवाल गंभीर आरोपों के घेरे में आ गए हैं। जन सुराज पार्टी ने शुक्रवार को प्रेस कॉन्फ्रेंस कर दावा किया कि जायसवाल ने ट्रस्ट एक्ट और अल्पसंख्यक सिख अधिकारों का खुला उल्लंघन कर कॉलेज पर पिछले 25 वर्षों से अवैध कब्जा कर रखा है। पार्टी के जिला अध्यक्ष कमलेश कुमार ने बताया कि MGM कॉलेज के संस्थापक सरदार मोलेश्वर सिंह ने अपने बेटे करतार सिंह और गुरुदयाल सिंह को ट्रस्टी नियुक्त किया था। लेकिन दिलीप जायसवाल ने धोखे से दोनों को ट्रस्ट से बाहर कर खुद को कॉलेज का डायरेक्टर बना लिया। कभी क्लर्क के तौर पर काम करने वाले जायसवाल ने पूरे कॉलेज को व्यक्तिगत कारोबार में तब्दील कर दिया। जिला प्रभारी रविन्द्र सिंह बेरूवार ने आरोप लगाया कि जायसवाल ने नेताओं और अफसरों के परिवारों के 50 से अधिक बच्चों को मैनेजमेंट कोटे से एमबीबीएस में दाखिला दिलवाया। इतना ही नहीं, कॉलेज से जुड़े राजेश साह की हत्या की साजिश में भी उनका नाम सामने आया है। जांच करने वाले पुलिस अधीक्षक ने उन्हें क्लीन चिट दी और बाद में उनकी पत्नी ने इसी कॉलेज से एमबीबीएस की डिग्री हासिल की। प्रदेश युवा उपाध्यक्ष संतोष चौधरी ने राजद पर भी हमला बोलते हुए कहा कि जायसवाल का यह खेल राजद के शासनकाल में शुरू हुआ और लालू परिवार के कई सदस्य भी इस कॉलेज से लाभान्वित हुए। राबड़ी देवी द्वारा जायसवाल को ‘मुंह बोला भाई’ कहने की बात ने दोनों दलों की मिलीभगत को उजागर कर दिया। कार्यालय प्रभारी अरविंद मिश्रा ने मांग की कि कॉलेज को असली ट्रस्टी परिवार को लौटाया जाए, राजेश साह हत्या मामले की दोबारा जांच कराई जाए और दिलीप जायसवाल तत्काल इस्तीफा दें। जन सुराज के युवा प्रदेश अध्यक्ष प्रोफेसर शांतनु ने इस दौरान युवाओं से आगामी विधानसभा चुनाव में गांव-गांव जाकर पार्टी के विचार और प्रशांत किशोर की ‘बिहार बदलने’ की मुहिम को जन-जन तक पहुंचाने का आह्वान किया। इस खुलासे के बाद बिहार की राजनीति में हलचल मच गई है और सभी की निगाहें अब भाजपा नेतृत्व के अगले कदम पर टिक गई हैं।

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