विजय कुमार शर्मा बगहा पश्चिम चंपारण, बिहार

डुबकियां सिंधु में गोताखोर लगाता है, जा जाकर खाली हाथ लौट कर आता है। मिलते न सहज ही मोती गहरे पानी में, बढ़ता दूना विश्वास इसी हैरानी में। मुट्ठी उसकी खाली हर बार नहीं होती, कोशिश करने वालों की कभी हार नहीं होती। असफलता एक चुनौती है स्वीकार करो, क्या कमी रह गई देखो और सुधार करो। जब तक न सफल हो नींद चैन की त्यागो तुम संघर्षों का मैदान छोड़ मत भागो तुम। अपने काम से प्रेम कैसे किया जाता है ।समर्पण का मतलब क्या होता है। खुद को झोंक देना जिसे कहते हैं, यह विराट कोहली से सीखो! पूरे हिंदुस्तान में समर्पण, धैर्य,साहस, जज्बा, जुनून, प्रतिबद्धता का नाम विराट कोहली है।

जीत मुबारक हो चैम्पियन। अठारह साल की मेहनत रंग लाई। आखिर आरसीबी ने टाटा आईपीएल ट्राफी जीत ही लिया। लग चुकी है तलब मंजिल की, खुद को आग में झोंक देंगे। ठोकरें कहतीं हैं मारे जाओगे -हौसले कहते हैं हम देख लेंगे। मुद्दत के बाद उसने जो की लुत्फ की निगाह, जी खुश तो हो गया मगर आंसू निकल पड़े।